एआईएमआईएम के प्रमुख सांसद असदुद्दीन औवैसी दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचे। वे तीन और चार मई को विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे। उनके बिहार आने की खबर से ही सीमांचल की राजनीति गरमा गई है। इन जिलों में पिछले वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के पांच विधायक जीते थे। पार्टी ने राज्य की 18 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि बाद में जीते विधायकों में से चार राजद में शामिल हो गए थे।
एमआईएम सांसद ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बार वे पहले से ज्यादा ताकत लगा कर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। कहा कि बहादुरगंज से हमने प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। वे 3 मई को बहादुरगंज में आम सभा को संबोधित करेंगे। 4 मई को भी वे सीमांचल के जिलों का ही दौरा करेंगे।
पटना में मीडिया में बात करते हुए उन्होंने जाति गणना का समर्थन किया। कहा कि मुसलमानों में भी गणना हो रही है। यह अच्छा है। कितने पसमांदा है यह देश को मालूम होगा। सरकार को चाहिए कि वह जाति गणना के लिए टाइमलाइन घोषित करे।
पहलगाम हमले का विरोध करते हुए कहा कि जिस तरह से मजहब पूछ कर हत्या की गई, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है। सरकार जो भी एक्शन लेगी, हम समर्थन में है। सभी विपक्षी दलों ने इस मामले में सरकार को समर्थन दिया है।
इधर अभी तक राजद या कांग्रेस की तरफ से किसी प्रमुख नेता ने औवैसी के बिहार दौरे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।