फिलिस्तीन मामले में मोदी सरकार कर रही खिलवाड़ : लालू
फिलिस्तीन मामले में मोदी सरकार कर रही खिलवाड़ : लालू। संयुक्त राष्ट्र में युद्ध विराम प्रस्ताव पर भारत ने नहीं किया समर्थन। मतदान से अलग रहने पर कांग्रेस ने भी की आलोचना।
संयुक्त राष्ट्र में इजरायली हमले के विरुद्ध युद्ध विराम का प्रस्ताव पारित हो गया। लेकिन भारत ने प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया, बल्कि मतदान से अलग रहा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के इस रुख की राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी सहित कई नेताओं ने कड़ी आलोचना की है। लालू प्रसाद ने कहा कि भारत की विदेश नीति हमेशा मानवाधिकारों तथा पीड़ितों के पक्ष में रही है। मोदी सरकार विदेश नीति के साथ खिलवाड़ कर रही है।
लालू प्रसाद ने कहा कि यह पहली बार है जब भारत ने मानवता, युद्ध विराम और विश्व शांति के विषय पर सबसे आगे रहने के बजाय ढुलमुल रवैया अपनाया। केंद्र सरकार भारत की विदेश नीति के साथ खिलवाड़ बंद करें। मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशील नीति हमारी विदेश नीति का ध्वज होना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि भारत के इस स्टैंड से वे स्तब्ध और शर्मिंदा हैं। उन्होंने कहा कि गाजा में 7000 मनुष्यों की हत्या के बाद भी रक्तपात और हिंसा का दौर थमा नहीं। इन 7000 लोगों में से 3000 मासूम बच्चे थे। कोई ऐसा अंतरराष्ट्रीय कानून नहीं, जिसे कुचला न गया हो। कोई ऐसी मर्यादा नहीं, जिसे तार-तार न किया गया हो। कोई ऐसा क़ायदा नहीं, जिसकी धज्जियाँ न उड़ी हों। मनुष्यता की सामूहिक चेतना आख़िर और कितनी जानें चली जाने के बाद जागेगी, या ऐसी कोई चेतना अब बची ही नहीं?
गौर करने वाली बात यह है कि युद्ध विराम के प्रस्ताव पर भारत अनुपस्थित रहा लेकिन पड़ोसी देश नेपाल, भूटान, श्रीलंका ने युद्ध विराम के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। उधप संयुक्त राष्ट्र में युद्ध विराम का प्रस्ताव पारित होने से इजरायल बुरी तरह बौखला गया है। युद्ध विराम के पक्ष में 120 देशों ने मतदान किया, जबकि नौ देशों ने प्रस्ताव का लिरोध किया। 45 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया और अनुपस्थित रहे।
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