फिलिस्तीन पर हमले के बाद यहूदियों पर बढ़े 438 % वारदात
एक तरफ फिलिस्तीन को दुनियाभर से समर्थन मिल रहा है, वहीं इसके नागरिकों पर हमले के बाद यहूदियों के खिलाफ 438 प्रतिशत वारदात बढ़े हैं।
फिछले 11 दिनों से फिलिस्तीन और इसराइल के बीच हिंसक झड़पें हो रही हैं। दुनियाभर से लोग आत्मरक्षा के अधिकार के तहत फिलिस्तीन का समर्थन कर रहे हैं। भारत ने भी फिलिस्तीन का समर्थन किया है। इस बीच दुनियाभर में यहूदियों के खिलाफ नफरत बढ़ी है। मिल रही खबरों के अनुसार यहूदियों के खिलाफ 438 प्रतिशत वारदात बढ़े हैं।
जेविस न्यूज के अनुसार इसराइल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान पिछले 10 दिनों में यहूदियों के खिलाफ 86 मामले दर्ज किए गए हैं। इन घटनाओं को यहूदी कम्युनिटी सेक्युरिटी ट्रस्ट (सीएसटी) ने भी पुष्टि की है। पिछले 6 मई को जब फिलिस्तीन और इसराइल के बीच संघर्ष हुआ उसके बाद से यहूदियों के खिलाफ वारदातों में वृद्धि हुई है।
जेविस न्यूज के अनुसार 86 घटनाओं में 83 घटनाओं का सीधा संबंध फिलिस्तीन-इसराइल के बीच संघर्ष से है। इन घटनाओं में चार हिंसक हमले भी शामिल हैं। सीएसटी ने बताया कि संघर्ष से पहले के दस दिनों में सिर्फ 16 घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
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सीएसटी (कम्युनिटी सेक्युरिटी ट्रस्ट) ने कहा कि उन्हें आशंका है कि ऐसी घटनाएं और भी बढ़ेंगी। कई घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज नहीं होती। उन्हें भी शामिल किया तो वारदातों की संख्या बढ़ सकती है।
सीएसटी ने बताया कि 2007 में भी यहूदियों के खिलाफ वारदातों की संख्या बढ़ी थी। यह स्पष्ट है कि जब भी मिडिल-ईस्ट में तनाव बढ़ता है, तो यहूदियों पर हमले बढ़ जाते हैं। कम्युनिटी सेक्रेटरी रॉबर्ट जेनरिक ने कहा-पिछले दस दिनों में यहूदियों पर बढ़े हमले शर्मनाक हैं।
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जेविश न्यूज से स्पष्ट है कि इसराइल को भले ही कुछ देशों के शासकों का समर्थन हो, पर दुनियाभर की अवाम फिलिस्तीन के साथ है। भारत ने भी फिलिस्तीन का समर्थन किया है।