बिहार संग्रहालय में अदब एवं तहज़ीब पर चर्चा, जुटेंगी नामचीन हस्तियां
कला संस्कृति एवं युवा विभाग एवं पी एल एफ द्वारा रु बरु 7 कार्यक्रम 13 जनवरी को शाम छह बजे
बिहार संग्रहालय में अदब एवं तहज़ीब पर परिचर्चा होगी
पटना. बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग और पी एल एफ के तत्वावधान में शनिवार 13 जनवरी को बिहार संग्रहालय सभागार में एक खूबसूरत शाम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें दो मशहूर शायर दर्शकों से रूबरू होंगे।कार्यक्रम शाम 6 से 8 बजे तक चलेगा.
अजीमाबाद की धरती पर एक बार फिर साहित्य और संस्कृति पर परिचर्चा होगी, जिसका संचालन प्रेरणा करेंगी। फरहत् एहसास और कवि आलोक श्रीवास्तव का पटना आगमन चुका है।
पीएलएफ की बड़ी भूमिका
कार्यक्रम से पहले शाम को बातचीत में कवि आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि भाषा, साहित्य और संस्कृति के संरक्षण में पटना लिटरेरी फेस्टिवल ने वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान स्थापित की है।पीएलएफ और एडवांटेज ग्रुप के संस्थापक और सचिव खुर्शीद अहमद का साहित्य में बहुत बड़ा स्थान है। उन्होंने गंगा जमुनी तहज़ीब के संदर्भ में कहा कि बिहार में पीएलएफ और एडवांटेज इसके संरक्षक बन गये हैं. उन्होंने न सिर्फ भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपना नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यह संस्थान टॉप 10 में शामिल होगा।7वें रू बरु कार्यक्रम में इस छोटे से कवि को वरिष्ठ पत्रकार और शायर श्री फरहत एहसास के साथ मंच साझा करने, बैठने और बातचीत करने का सम्मान मिला, जो काफी बड़ी बात है।उन्होंने खुर्शीद अहमद को बधाई देते हुए कहा कि कार्यक्रम भी सफल होगा।
इस मौके पर पीएलएफ के संस्थापक और सचिव खुर्शीद अहमद ने कहा कि कार्यक्रम के लिए सभी सीटें बुक हो चुकी हैं।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री जीतेंद्र कुमार राय, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह और विशिष्ट अतिथि हरजोत कौर अपर मुख्य सचिव कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार होंगे। कार्यक्रम का आयोजन कला, संस्कृति एवं युवा विभाग और पी एल एफ के सहयोग से किया जा रहा है. दर्शकों को महान कवियों को सुनने और उनसे बातचीत करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि दोनों कवि पटना आ चुके हैं। कार्यक्रम की तैयारी भी पूरी कर ली गयी है।उन्होंने कहा कि कल शनिवार 13 जनवरी की सुखद शाम का आनंद दर्शक उठायेंगे। उन्होंने कहा कि एडवांटेज 8वें रू बरु की तैयारी चल रही है। इसमें काफी लोग आ रहे हैं. पीएलएफ के संस्थापक और सचिव खुर्शीद अहमद ने कहा कि हम शहर में खुशियां फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। एक ऐसा मंच होना चाहिए जहां साहित्य और संस्कृति के मुद्दों पर चर्चा हो सके। इस कार्यक्रम को सुनने के लिए दुनिया भर से लोग आ रहे हैं।
PLF और कला संस्कृति व युवा विभाग का संयुक्त कार्यक्रम 13 को
इस मौके पर पीएलएफ सदस्य फैजान अहमद ने कहा कि एक अलग परंपरा के साथ रूबरू कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। ऐसे भी मुशायरे होते हैं जहां शायरों की भीड़ तो होती है लेकिन बात करने का मौका नहीं मिलता. जबकि रु बरु कार्यक्रम एक कम समय का कार्यक्रम है, इसमें दर्शकों से बातचीत और कविताएं होंगी, जो नए अंदाज की होंगी। उन्होंने कहा कि पहले रु बरु के कार्यक्रमों में एक कवि और एक एंकर होता था, लेकिन इस बार से दो कवियों और एक एंकर को बातचीत का मौका दिया गया है और बीच-बीच में कविता और साहित्य और सभ्यता पर भी चर्चा होगी। यह मुशरया से बिल्कुल अलग कार्यक्रम है. वहीं, शायर फरहत एहसास ने पी एलएफ सचिव खुर्शीद अहमद को बधाई देते हुए कहा कि यह एक नयी शैली का कार्यक्रम है। संक्षिप्त कार्यक्रम में साहित्य और सभ्यता पर चर्चा के साथ कविता भी होगी. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम में करीब से सुनने और देखने का मौका मिलता है, यह एक नयी पहल है।
आशा है यह कार्यक्रम सफल होगा। इसके मॉडरेटर परेरणा प्रताप होंगे। जबकि मंच संचालन एंकर शगुफता यास्मीन करेंगी. पीएलएफ सचिव खुर्शीद अहमद ने बताया कि कतर से बज्म-ए-सदफ के संस्थापक शहाबुद्दीन अहमद, लखनऊ से शाह आलम, मुहम्मद आफताब कुरेशी, शायर शाहिद कमाल और अब्दुल कुरेशी आ रहे हैं. कार्यक्रम में हैदराबाद से एसआरजेड इंटरप्राइजेज के अब्दुल रहमान भाग लेंगे