प्रेस कॉन्फ्रेंस से नहीं दिखे केजरीवाल, नहीं रहेंगे विपक्षी दलों के साथ
प्रेस कॉन्फ्रेंस से नहीं दिखे केजरीवाल, नहीं रहेंगे विपक्षी दलों के साथ। कर दी घोषणा विपक्षी एकता के साथ नहीं रहेंगे। कांग्रेस पर लगाया आरोप।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल पटना में विपक्षी एकता के लिए आयोजित बैठक में शामिल थे, पर बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस से खुद को अलग कर लिया। आधिकारिक रूप से आप या केजरीवाल ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है, पर सोशल मीडिया में एक स्टेटमेंट शेयर किया जा रहा है, जिसमें नीचे किसी का हस्ताक्षर नहीं है। उस स्टेटमेंट में कहा गया है कि केंद्र की मोदी सरकार ने दिल्ली सरकार के अधिकार को कम करने के लिए अध्यादेश लाया है। सभी दलों ने इस अध्यादेश पर अपनी राय स्पष्ट कर दी है। सबने राज्यसभा में अध्यादेश के खिलाफ साथ देने का वादा किया है, लेकिन कांग्रेस ने अभी तक अपना स्टैंड साफ नहीं किया है। इसीलिए आम आदमी पार्टी विपक्षी एकता के लिए होने वाली अगली बैठकों में शामिल नहीं होगा।
याद रहे कि विपक्षी दलों की आज की बैठक से एक दिन पहले कल दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सभी दलों के प्रमुख को पत्र लिख कर कहा था कि पटना में होनेवाली विपक्षी दलों की बैठक का पहला एजेंडा दिल्ली सरकार के खिलाफ लाया गया केंद्र का अध्यादेश होना चाहिए। सोशल मीडिया में ऐसी खबरें चल रही थीं कि अगर विपक्षी बैठक में पहले एजेंडे के तौर पर अध्यादेश पर चर्चा नहीं हुई, तो केजरीवाल बैठक का बहिष्कार कर देंगे। बैठक का केजरीवाल ने बहिष्कार तो नहीं किया, लेकिन प्रेस वार्ता से खुद को अलग रखा।
माना जा रहा है कि भले ही केजरीवाल ने आज विपक्षी एकता से खुद को बाहर कर लिया, लेकिन उनके पास कोई चारा नहीं है। वे अकेले पड़ गए हैं। ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार किसी ने उनका साथ नहीं दिया। इसलिए संभावना यह है कि आखिर में उन्हें विपक्षी एकता के साथ आना ही होगा। हो सकता है वे बाद में साथ आ जाएं।
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