सारण से राजद प्रत्याशी Rohini Acharya ने पिता लालू प्रसाद और मां राबड़ी देवी से आशीर्वाद लेकर मंगलवार को अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया। पहले दिन उन्होंने सोनपुर से गड़खा तक रोड शो किया। हर मोड़ पर हजारों की संख्या में समर्थकों ने उनका स्वागत किया। जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने फूल-माला से अभिनंदन किया। Rohini Acharya भी जोश में दिखीं। उन्होंने कहा कि पिता को किडनी दी है, सारण की जनता के लिए जान दे सकती हूं। सारण की जनता की सेवा में कुछ भी उठा नहीं रखूंगी।
MBBS कर चुकी Rohini Acharya ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास में सबसे पहले मंदिर में पूजा की। पूजा के बाद पिता लालू प्रसाद तथा मां राबड़ी देवी से आशीर्वाद लिया। उसके बाद छपरा के लिए निकल पड़ीं। सोनपुर में सुबक से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनका इंतजार कर रहे थे। समर्थकों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया। रोहिणी आचार्य का प्रचार पहले ही गांव-गांव में हो चुका है। सारण के लोगों में उनके किडनी देने और पिता को नया जीवन देने की खूब चर्चा है। इसीलिए उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी सड़क किनारे इंतजार करती दिखीं।
Kushwaha को दरकिनार करने की खामियाजा भुगत सकता है NDA
Rohini Acharya के सारण से चुनाव लड़ने के कारण यह सीट राज्य की वीआईपी सीट बन गई है। वैसे भी यह सीट लालू प्रसाद की खास सीट रही है। वे पहली बार सारण से ही 1977 में सांसद बने थे। आपातकाल के बाद जनता लहर में वे यहीं से चुनाव जीते थे। वे सोनपुर से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। लालू प्रसाद की पहल से यहां रेल कारखाना भी बना। अब सारण में लालू परिवार की दूसरी पीढ़ी चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरी है। रोहिणी युवा हैं, महिला हैं इसलिए युवाओं और महिलाओं में खास आकर्षण देखा जा रहा है। उनके चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा के लिए यह सीट मुश्किल हो गई है।