राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने देश की जनता को शेयर मार्केट में निवेश करने की सलाह दी, जिसके कारण लाखों लोग कंगाल हो गए। 29.14 लाख करोड़ रुपए डूब गए। निवेशक परिवारों के साथ क्रिमिनल एक्ट किया गया है। उन्होंने भाजपा, फेक एक्जिट पोल तथा विदेशी निवेशकों के रिश्ते की जांच जेपीसी से कराने की मांग की। कहा कि यह हिंदुस्तान के स्टॉक मार्केट का सबसे बड़ा स्कैम है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने विशेष प्रेस वार्ता में कहा कि स्टॉक मार्केट घोटाले से जुड़े हमारे तीन सवाल हैं। पहला कि PM नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने देश की जनता को बाजार में निवेश करने की सलाह क्यों दी? दूसरा कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री ने दोनों इंटरव्यू अडानी के उन चैनल्स को दिए , जिनके ऊपर SEBI की जांच जारी है। ऐसे में उन चैनल्स का क्या रोल है? और तीसरा कि BJP, फेक Exit Poll वालों और विदेशी निवेशकों के बीच क्या रिश्ता है? इसलिए हम इस घोटाले के खिलाफ JPC जांच की मांग चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, उनके लिए काम कर रहे एक्जिट पोल्स्टर्स और मित्र मीडिया ने मिलकर हिंदुस्तान के सबसे बड़े ‘स्टॉक मार्केट स्कैम’ की साजिश रची है। 5 करोड़ छोटे निवेशक परिवारों के 30 लाख करोड़ रु डूबे हैं। हम मांग करते हैं कि JPC गठित कर इस ‘क्रिमिनल एक्ट’ की जांच की जाए।
राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के समय PM नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टॉक मार्केट पर टिप्पणी की। जहां प्रधानमंत्री ने स्टॉक मार्केट बढ़ने की बात कही, वहीं गृह मंत्री ने कहा कि 4 जून से पहले लोगों को शेयर खरीदने चाहिए। लेकिन 4 जून को बाज़ार गिरता है और करीब 30 लाख करोड़ का नुकसान होता है। यह घोटाला है। हम इस घोटाले में JPC जांच की मांग करते हैं।
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राहुल गांधी पहले नेता हैं, जिन्होंने निवेशकों के लाखों करोड़ रुपए डूब जाने, लाखों परिवारों के कंगाल होने का मुद्दा उठाया है।