राममंदिर : कांग्रेस ने निमंत्रण अस्वीकार किया, JDU ने कही बड़ी बात
राममंदिर : कांग्रेस ने निमंत्रण अस्वीकार किया, JDU ने कही बड़ी बात। जदयू ने कहा BJP भगवान राम का अपहरण करना चाहती है। चारों शंकराचार्य भी नाराज।
कांग्रेस तथा जदयू ने बुधवार को पहली बार राम मंदिर के उद्घाटन समारोह पर अपना स्टैंड साफ किया है। दोनोंं ही दलों ने भाजपा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने कहा कि राम मंदिर को भाजपा और RSS ने राजनीतिक इवेंट बना दिया है। चुनावी फायदे के लिए अर्धनिर्मित राम मंदिर का उद्घाटन कर रहे हैं। उधर जदयू ने कहा भाजपा भगवान राम का अपहरण (हाईजैक) करना चाहती है। उन्हें न राम से मतलब बै, न देश की जनता से। याद रहे चारों शंकराचार्य पहले ही उद्घाटन समारोह में जाने से मना कर चुके हैं। शंकराचार्यों ने भी अर्धनिर्मित मंदिर के उद्घाटन को शास्त्र विरुद्ध बताया है। कल ही ममता बनर्जी ने भी राममंदिर उद्घाटन को राजनीतिक रंग देने का खुल कर विरोध किया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, सांसद और कम्युनिकेशन इंचार्ज जयराम रमेश ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण मिला। भगवान की राम की पूजा-अर्चना करोड़ भारतीय करते हैं। धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय होता आया है, लेकिन भाजपा और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है। स्पष्ट है कि एक अर्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है। 2019 के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करते हुए लोगों की आस्था के सम्मान में मल्किार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और रंजन चौधरी भाजपा और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं।
उधर पहली बार जदयू ने भी बुधवार को अपना स्टैंड साफ किया। वरिष्ठ जदयू नेता तथा मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि भाजपा ने भगवान राम को हाईजैक (अपहरण) कर लिया है। उन्होंने पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा के लोग भगवान राम को हाईजैक करना चाहते हैं। भगवान राम के नाम पर लोकसभा सीट जीतना चाहते हैं और चुनाव के बाद ये लोग घर बैठ जाएंगे। इन्हें न भगवान राम से मतलब है और ना ही देश की जनता से।
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