संघ के हिंदुत्व का देंगे जवाब, RJD का प्रखंडों में आंबेडकर परिचर्चा

संघ के हिंदुत्व का देंगे जवाब, RJD का प्रखंडों में आंबेडकर परिचर्चा

जो काम चिराग पासवान व मायावती को करना था, उसे उन्होंने छोड़ दिया। अब राजद आंबेडकर के विचारों को जमीन पर उतारेगा। 534 प्रखंडों में आंबेडकर परिचर्चा।

कभी स्व रामविलास पासवान और मायावती दलित राजनीति के नेता थे। दलितों के हर मुद्दे को मुखर ढंग से उठाते थे, चाहे सरकार जिसकी हो। किसी सरकार के साथ रहने पर भी दलित सवालों पर दबे नहीं। लेकिन आज चिराग पासवान और मायावती के मुद्दे और दिशा देख कर समझा जा सकता है कि उनकी प्राथमिकता क्या है। अब राजद ने आंबेडकर के विचारों पर जोर देते हुए बिहार के साभी 534 प्रखंडों में आंबेडकर परिचर्चा करने का निर्णय लिया है। मकसद है बिहार के दलितों को नफरत पर आधारित हिंदुत्व के मोहपाश में फंसने से बचाना और संविधान की रक्षा करना। बराबरी, सामाजिक न्याय और आर्थिक विकास के विचार को आगे बढ़ाना। हिंदू-मुसलमान-पाकिस्तान जैसे मुद्दों को खारिज करते हुए रोजगार, शिक्षा और विकास के मुद्दे पर संगठित करना।

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि इसके पूर्व 26 अप्रैल, 2023 से 3 मई, 2023 तक सभी 101 अनुमंडलों में सफलतापूर्वक ‘अम्बेडकर परिचर्चा ‘ का आयोजन किया गया। अब कल से 534 प्रखंडों में ‘अम्बेडकर परिचर्चा ‘ का आयोजन किया जा रहा है।

राजद प्रवक्ता ने बताया कि राज्य से जाने वाले वक्ताओं के लिए प्रखंडों का आवंटन कर दिया गया है। साथ ही सभी प्रखंडों के लिए तिथि भी निर्धारित कर दी गई है। उनके द्वारा निर्धारित तिथि को आवंटित किए गए प्रखंडों में आयोजित परिचर्चा में प्रतिभागियों को बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के विचारधारा के साथ हीं भारतीय संविधान द्वारा दिए गए हक एवं अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसके साथ हीं देश की वर्तमान स्थिति और संभावित खतरे को देखते हुए वैचारिक रूप से संगठित और सक्रिय रहने की आवश्यकता बताई जाएगी। परिचर्चा कार्यक्रम को सफल बनाने और इसके सकारात्मक परिणाम के लिए प्रत्येक प्रखंड के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को स्थानीय प्रभारी एवं सह प्रभारी बनाया गया है।

राजद प्रवक्ता ने बताया कि प्रखंड स्तर पर आयोजित इस परिचर्चा में केवल उस प्रखंड के अन्तर्गत आने वाले पंचायतों एवं बुथों के साथी हीं भाग लेंगे। प्रत्येक पंचायत से कम से कम चार प्रतिनिधि परिचर्चा में प्रतिभागी होंगे जिसमें एक महिला और एक अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति का प्रतिभागी होना आवश्यक है। अगले चरण में पंचायत स्तर पर भी ‘अम्बेडकर परिचर्चा ‘ का आयोजन किया जाएगा। राजद प्रवक्ता ने बताया कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव खुद इस कार्यक्रम के प्रति काफी गंभीर हैं और अद्यतन जानकारी लेते रहते हैं। कल उनके द्वारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, भोला यादव, बिनु यादव एवं प्रदेश के प्रधान महासचिव रणविजय साहू सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यक्रम की तैयारी एवं आगे के कार्यक्रमों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई साथ हीं कई महत्वपूर्ण सूझाव दिए गए।

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