बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने गहन मतदाता पुनरीक्षण करने का निर्णय लिया है। इंडिया गठबंधन पटना से दिल्ली तक इससे होने वाली परेशानियों को समाने रखते हुए निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहा है। इस बीच शुक्रवार को जदयू ने अपनी एक महत्वपूर्ण बैठक में मतदाता पुनरीक्षण के समर्थन में साइकिल मार्च करने का निर्णय लिया है। पार्टी की इस बैठक में सभी प्रमुख नेता शामिल थे। कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, मंत्री विजय चौधरी सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में हुई बैठक में 8 जुलाई को राज्य भर में साइकिल जुलूस निकालने का निर्णय लिया गया। पार्टी ने इस मतदाता जागरुकता कार्यक्रम कहा है।

दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन में चुनाव आयोग के गहन मतदाता पुनरीक्षण कराने के फैसले के खिलाफ सड़क पर उतरने की चर्चा हो रही है। 9 जुलाई को इंडिया गठबंधन से जुड़े मजदूर संगठन नए श्रमिक कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतरने वाले हैं। इस अखिल भारतीय मजदूर हड़ताल का एक प्रमुख मुद्दा बिहार में मतदाता पुनरीक्षण होगा। इसके साथ ही राज्य भर में प्रविदा को लेकर गठबंधन दलों में बातचीत हो रही है। एक दो दिनों में आंदोलन का कार्यक्रम घोषित हो सकता है।

जदयू की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में चुनाव आयोग के मतदाता गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम का समर्थन करते हुए मतदाताओं को जागरूक करने का फैसला लिया गया है। नेताओं ने मतदाताओं को होनेवाली परेशानियों को महत्व नहीं दिया है। जदयू का कहना है कि विपक्षी इंडिया गठबंधन अपनी हार देख कर अभी से चुनाव आयोग के फैसले पर विरोध जता रहा है।

जदयू के साइकिल मार्च करने की घोषणा से अब मतदाता पुनरीक्षण के सवाल पर एनडीए और इंडिया गठबंधन आमवे-सामने हो गए हैं।

 

By Editor