श्रीलंका में जन-विद्रोह से विपक्ष आक्रामक, BJP खामोश क्यों
श्रीलंका के राष्ट्रपति भाग गए हैं। जनता ने महल पर कब्जा कर लिया है। Cong, RJD, स्वतंत्र पत्रकार श्रीलंका विद्रोह पर खूब बोल रहे हैं, BJP में खामोशी क्यों?
कुमार अनिल
श्रीलंका में जनता ने विद्रोह कर दिया है। राष्ट्रपति भाग खड़े हुए हैं और हजारों लोगों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है। इतनी बड़ी घटना हाल के वर्षों में किसी देश में नहीं हुई है। पूरी दुनिया में इसकी चर्चा है। कांग्रेस, राजद सहित भारत के अन्य विपक्षी दल श्रीलंका में जन विद्रोह पर खूब बोल रहे हैं। स्वतंत्र पत्रकार भी तल्ख टिप्पणी कर रहे हैं, लेकिन आश्चर्य पाकिस्तान में आलू-प्याज की कीमत पर ट्वीट करनेवाले लोग पड़ोस में इतनी बड़ी घटना होने पर भी खामोश बने हुए हैं।
श्रीलंका में जन विद्रोह का असर भारतीय राजनीति पर भी साफ दिख रहा है। भारत में विपक्षी दल श्रीलंका की राजपक्षे सरकार की राष्ट्रवादी नीतियों पर जम कर लिख रहे हैं। बता रहे हैं कि राष्ट्रवाद के नाम पर जनता में दूसरे समुदाय के प्रति नफरत की राजनीति का परिणाम है श्रीलंका में जन विद्रोह। नफरती राष्ट्रवाद ने श्रीलंका का बरबाद कर दिया। राष्ट्रपति और सत्ता धारी दल को सत्ता गंवानी पड़ी है, लेकिन सबसे बड़ा नुकसान मुल्क को हुआ। राष्ट्रवाद के भावनात्मक नारे के बीच महंगाई ने जीवा हराम कर दिया। रोजगार खत्म हो गए। अर्थव्यवस्था चौपट हो गई। भारत के विपक्षी दल और कई पत्रकार तो खुल कर पूछ रहे हैं कि श्रीलंका की बर्बादी से भारत के लिए क्या सबक है? साफ है श्रीलंका के बहाने विपक्ष सत्ताधारी भाजपा पर निशाना साध रहा है। अब भाजपा कहे तो क्या कहे।
सोशल मीडिया पर द मूकनायक की फाउंडर मीना कोटवाल ने कहा-“सब ताज उछाले जाएंगे, सब तख़्त गिराए जाएंगे।” कोटवाल ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें राष्ट्रपति भवन पर कब्जे के बाद लोग बड़ी संख्या में स्विमिंग पूल में नहा रहे हैं। जैसे विद्रोह का जश्न मना रहे हों।
कांग्रेस ने कहा-ये श्रीलंका के राष्ट्रपति निवास की तस्वीरें है, श्रीलंका की सरकार ने पिछले कुछ सालों में देश को राष्ट्रवाद, कट्टरवाद की आग में धकेला था, आज उसके नतीजे सामने हैं।जिस ‘राष्ट्रवाद’ का Tonic आज सरकार और मीडिया सभी हिंदुस्तानियों को पिला रही है, वही ‘राष्ट्रवाद’ का Tonic श्रीलंका की सरकार ने श्रीलंका के लोगों को पिलाकर सत्ता हासिल की थी, आज श्रीलंका की परिस्थिति सामने है, राष्ट्रपति भाग चुके हैं, राष्ट्रपति भवन पर प्रर्दशनकारियों का कब्जा है। राजद सांसद मनोज झा ने भी फैज की उन पंक्तियों को याद किया है- सब तख्त गिराए जाएंगे, सब ताज उछाले जाएंगे…।
SriLanka : राष्ट्रपति फरार, महल पर जनता का कब्जा