बिहार में इंडिया गठबंधन के चेयरमैन तथा विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर बुलाई प्रेस वार्ता में कहा कि चुनाव आयोग मतदाता पुनरीक्षण पर तुरत रोक लगाए। प्रेस वार्ता में कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम तथा वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद थे।

तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग लगातार विरोधाभासी दिशा-निर्देश जारी कर रहा है। विज्ञापन में कुछ कहा जाता है और इस कार्य में लगे कर्मियों को कुछ और निर्देश दिया जाता है। पहले कहा कि मतदाता बनने के लिए कोई दस्तावेज नहीं देना होगा, फिर कहा कि एक महीने के भीतर देना होगा।

विपक्ष के नेता ने कहा कि 2024 की मतदाता सूची पर ही बिहार विधानसभा चुनाव होना चाहिए। जो दस्तावेज मांगे जा रहे हैं, वो गरीबों के पास है ही नहीं। इसका अर्थ है कि वे मतदाता नहीं रह जाएंगे। फिर कल उन्हें मिलने वाली सरकारी सहायता भी बंद कर दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि हर आठ करोड़ लोगों को कहा गया है कि वे अपना पासपोर्ट साइज फोटो भी फॉर्म पर चिपकाएं। ये फोटो खिंचवाने का खर्च कौन देगा। जाहिर है यह पहले से परेशान गरीब जनता को फिर परेशान करना है।

इस बीच महागठबंधन ने 9 जुलाई को लोकतंत्र बचाओ, वोट बचाओ नाने के साथ पूरे बिहार में चक्का जाम करने की घोषणा कर दी है। मीडिया से मिल रही जानकारी के अनुसार चक्चा जाम में खुद तेजस्वी यादव भी सड़क पर उतरेंगे।

इधर मतदाता पुनरीक्षण में दस्तावेज मांगे जाने को लेकर आम लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। चुनाव में इससे भाजपा को भारी नुकसान हो सकता है।

 

By Editor