तेजस्वी ने किया नेशनल क्रिकेट का उद्घाटन, बताई क्रिकेट फिलॉसफी
तेजस्वी ने किया नेशनल क्रिकेट का उद्घाटन, बताई क्रिकेट फिलॉसफी। सभी राज्यों की टीमों से मिले उपमुख्यमंत्री। क्रिकेट की फिलॉसफी बताई। जानिए क्या है क्रिकेट?
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मंगलवार को 67वीं नेशनल स्कूल गेम्स 2023-24 क्रिकेट चैंपियनशिप अंडर-17 (बालक वर्ग) का उद्घाटन किया। नेशनल गेम्स क्रिकेट चैंपियनशिप में देश के सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश के अंडर-17 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने खुद पिच पर उतर कर एक गेंद खेली और इस तरह से नेशनल गेस्म का उद्घाटन किया। सभी प्रदेशों के खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया। तेजस्वी यादव ने हर प्रदेश के खिलाड़ियों के साथ तस्वीर भी खिंचवाई। इस अवसर पर उन्होंने भविष्य के सितारे बनने वाले इन बालक क्रिकेटरों को क्रिकेट की फिलॉसफी भी बताई।
आज पटना के ऊर्जा स्टेडियम 67वीं नेशनल स्कूल गेम्स 2023-24 क्रिकेट चैंपियनशिप अंडर-17 (बालक वर्ग) का उद्घाटन किया। इस चैंपियनशिप में विभिन्न राज्यों की टीमें भाग ले रही है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 16, 2024
स्कूलों एवं जीवन में खेल और खेल का महत्व शारीरिक गतिविधि से कहीं अधिक है। यह न केवल अकादमिक प्रदर्शन को… pic.twitter.com/MRs5Y3V9v3
तेजस्वी यादव ने देश भर से आए क्रिकेटरों से कहा कि स्कूलों में और जीवन में भी खेल का मह्त्व है। कहा कि खेल का महत्व शारीरिक गतिविधि से कहीं अधिक है। यह न केवल अकादमिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है बल्कि नेतृत्व, टीम वर्क, कौशल और सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देने का एक शक्तिशाली माध्यम भी है। उन्होंने क्रिकेट का दर्शन समझाते हुए कहा कि क्रिकेट केवल फिजिकली फिट नहीं बनाता, बल्कि यह देश के लिए अच्छा नागरिक भी बनाता है। आप मिलजुल कर खेलते हैं। एक खिलाड़ी गिर जाए, तो दूसरा उठाता है। यही भावना किसी समाज और देश को भी मजबूत करती है।
मालूम हो कि तेजस्वी यादव खुद भी क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके हैं। जितना खेल की बारीकियों को समझते हैं, उतना ही खेल के दर्शन को भी जानते हैं। इसीलिए उन्होंने क्रिकेट को नेतृत्व क्षमता, कौशल और सामाजिक सामंजस्य मजबूत करने का माध्यम बताया। तेजस्वी यादव अब खेल छोड़ चुके हैं, लेकिन उसकी फिलॉसफी को आगे बढ़ा रहे हैं। वे राजनीति में हैं और राजनीति के जरिये युवाओं को सामाजिक सामंजस्य के लिए काम करने को प्रेरित करते हैं। आज देश के जो हालात हैं, उसमें सामाजिक सामंजस्य पर सबसे ज्यादा खतरा है। इसीलिए उन्होंने क्रिकेट को देश में भाईचारा विकसित करने का माध्यम बताया।
तेजस्वी यादव पिछले एक हफ्ते में तीसरी बार खिलाड़ियों से रू-ब-रू थे। इससे पहले उन्होंने पटना के मोइनुल हक क्रिकेट स्टेडियम को विकसित करने के लिए अधिकारियों के साथ मीटिंग की है और जल्द स्टेडियम को विश्व स्तर का बनाने के लिए काम शुरू करने का निर्देश दिया है।
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