तेली-दांगी को अतिपिछड़ा से बाहर करो, RJD MLC की मांग पर हंगामा
तेली-दांगी को अतिपिछड़ा से बाहर करो, RJD MLC की मांग पर हंगामा। रामबली चंद्रवंशी की मांग। राजद ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय।
राजद के एमएलसी रामबली चंद्रवंशी ने मंगलवार को अपनी ही सरकार से ऐसी मांग कर दी कि हंगामा हो गया। उन्होंने महागठबंधन सरकार से तेली, तमोली और दांगी जाति को अतिपिछड़ा से बाहर करने की मांग की है। याद रहे यही मांग अतिपिछड़ों के कई नेता और संगठन लंबे समय से करते रहे हैं। इन संगठनों का कहना है कि जब से तेली-तमोली और दांगी को अतिपछड़ा श्रेणी में शामिल किया गया है, तब से अतिपिछड़ों के आरक्षण का बड़ा हिस्सा सिर्फ ये ही जातियां उठा रही हैं। ये जातियां आर्थिक रूप से संपन्न हैं, जिससे ये जातियां हावी हो गई हैं और जो सचमुच में अतिपिछड़े हैं, आर्थिक और सामाजिक रूप से बहुत कमजोर हैं, उनके बच्चे आरक्षण का लाभ लेने से वंचित रह जा रहे हैं।
राजद एमएलसी के बयान का असर पड़ना तय है। इधर राजद के महासचिव रणविजय साहू ने एमएलसी के बयान का विरोध किया है और कहा कि कुछ लोग अपना चेहरा चमकाने के लिए बयान देते रहते हैं।
मोदी सरकार का #WomenReservation पिछड़े/अतिपिछड़ों को लोकतंत्र के मंदिर से बहिष्कृत करने का उपक्रम है।
— Israil Mansuri (@IMansuriRJD) September 19, 2023
33% आरक्षण सामान्य श्रेणी के लिए होने से OBC/EBC का प्रतिनिधत्व ऐतिहासिक रूप से न्यूनतम स्तर पर चला जायेगा।
52% आबादी वाले पिछड़ों का वर्तमान लोकसभा में महज 22.09 %… pic.twitter.com/9oGGfDxCp9
याद रहे शुरू में तेली-तमोली और दांगी अतिपिछड़ों में नहीं थे। इन्हें बाद में शामिल किया गया। तेली जाति को अतिपिछड़े में शामिल करने का पहले भी कई संगठन विरोध करते रहे हैं। लेकिन तब माना गया कि तेली जाति को अतिपिछड़ों में शामिल करने के पीछे सामाजिक पिछड़ापन से ज्यादा राजनीतिक कारण है। कई लोग मान रहे थे कि चूंकि तेली जाति पहले से भाजपा के साथ रही है, तो फैसले के बाद वह जाति भाजपा से अलग होकर नीतीश कुमार के साथ आएगी, लेकिन अब माना जा रहा है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ।
नौकरशाही डॉट कॉम को जानकारी मिली है कि बाजाप्ता कई संगठन तेली और दांगी को अतिपिछड़े से बाहर करने के लिए अभियान चला रहे हैं। जिलों में बैठकें हो रही हैं और निकट भविष्य में इसी सवाल पर पटना में शक्ति प्रदर्शन की भी तैयारी चल रही है।
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