यूक्रेन में रो पड़ी छात्रा, हम एक लाख रूपया किराया कहां से दें
राजद ने वीडियो शेयर किया, जिसमें बिहारी मां यूक्रेन में फंसे बच्चे के लिए रो रही। वहीं यूक्रेन में फंसी छात्रा भी रो रही, कहां से लाएं एक लाख रूपए किराया।
कोरोना की तबाही के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था-आपदा में अवसर। आपदा में अवसर लगता है मुसीबत में आदमी को लूटने का मूल मंत्र बन गया है। तब रेलवे लॉकडाउन के दौरान परेशान मजदूरों से डबल किराया वसूल रही थी, अब यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों से देश वापसी के लिए तिगुना से अधिक एक लाख रुपए और उससे भी ज्यादा किराया मांगा जा रहा है। यूक्रेन में फंसी एक छात्रा का भावुक वीडियो आया है, जिसमें वह कह रही है कि वह मिडिल क्लास परिवार से है। एक लाख रुपए से ज्यादा किराया मांगा जा रहा है, हम कहां से इतने पैसे लाएं।
A student from Telangana’s Mahbubnagar Yogitha says students like her in Ukraine had thought of leaving but being “middle class” they could not afford the tickets which were above Rs 1 lakh. Hundreds of students from AP and TS are stranded in Ukraine. @TheQuint pic.twitter.com/zyB8hIobui
— Nikhila Henry (@NikhilaHenry) February 25, 2022
इधर राजद ने एक बिहारी मां का वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह अपने बच्चे के लिए रो-रो कर कह रही है कि उसे किसी तरह यूक्रेन से भारत लाया जाए। राजद ने कहा-आपदा में अवसर खोजने वाली NDA सरकार देश की हजारों माँओं की हाय से बचे और #Ukraine में फंसे छात्र-छात्राओं को सुरक्षित वापस लाए! कटिहार से एक माँ की गुहार। इसके साथ ही राजद ने वह वीडियो शेयर किया है।
देश के छात्र विदोश में फंसे हैं और भाजपा नेता इस पर भी राजनीति कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि छात्रों को पहले ही कहा गया था कि लौट आइए, पर वे नहीं लौटे, तो सरकार क्या कर सकती है। भाजपा सांसद हेमा मालिनी कह रही हैं कि पूरी दुनिया के नेता कह रहे हैं कि मोदी जी आगे आकर युद्ध को रोकें। संभव है कुछ दिनों बाद जब शांति हो जाएगी तो यही नेता कहें कि मोदी जी के कारण शांति हुई।
इधर राजद नेता डॉ. गौतम कृष्णा ने कहा-निजीकरण के असली फायदे। यूक्रेन में देश के हर कोने के छात्र पढ़ने गए और वहां फंसे हैं। 20 हजार छात्र वहां फंसे हैं। इसलिए यह मुद्दा भी राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्व के दमदार नेता की छवि दांव पर लग गई है। नरेंद्र मोदी की मुश्कल यह है कि वे न खुल कर रूस का विरोध कर पा रहे हैं और न ही अमेरिका का साथ दे पा रहे हैं।
ये बच्चा तो छा गया, अखिलेश को भी शेयर करना पड़ा वीडियो