उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि केंद्र और राज्यों को गुणवत्तापूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
श्री नायडू ने हैदराबाद में स्वर्ण भारत ट्रस्ट में केआईएमएस अस्पताल द्वारा आयोजित एक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों और संस्थानों को मेडिकल पेशेवरों द्वारा पास के कॉलेजों में जाना और बीमारी की रोकथाम और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए जागरूकता अभियानों को चलाना सुनिश्चित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कई बार लोग अपने स्वास्थ्य एवं बुनियादी सावधानी को नजरंदाज करते हैं और इसकी वजह से उन्हें कई मौकों पर बीमारियों के इलाज पर बहुत अधिक खर्च करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि बीमारी की रोकथाम के बारे में जागरूकता बेहद जरूरी है, क्योंकि रोकथाम इलाज से बेहतर है।
निष्क्रिय जीवन शैली और अस्वास्थ्यकर आहार संबंधी आदतों को गैर-संचारी रोगों में वृद्धि का प्रमुख कारक बताते हुए उन्होंने कहा कि नियमित शारीरिक गतिविधि हर किसी के लिए दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन जाना चाहिए, भले ही वह किसी भी उम्र का क्यों न हो। इस अवसर पर तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. टी सुन्दरराजन, आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री डा. कमिनेनी श्रीनिवास और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।