तेजस्वी यादव ने चुनाव में दो नए वादे किए हैं, जिससे भाजपा और एनडीए की मुश्किलें बढ़ सकती है। दोनों घोषणा राज्य के गरीबों के लिए हैं। अब तक वे 15 अगस्त से 10 लाख नौकरियों का वादा कर रहे थे और आज शनिवार को उन्होंने गरीब महिलाओं और आम गरीबों के लिए दो नई घोषणाएं कर दीं।
बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज विभिन्न सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि 4 जून को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे। उस दिन इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। सरकार बनते ही जून महीने में गरीबों को पांच किलो अलान की जगह दस किलो अनाज दिया जाएगा। उन्होंने कहा हर गरीब महिला को साल में एक लाख रुपए दिए जाएंगे यानी हर महीने 8333 रुपए मिलेंगे। यह राशि हर महीने महिला के बैंक खाते में पहुंच जाएगा।
तेजस्वी ने हाथ में उठा लिया संविधान, घबराए चिराग
तेजस्वी यादव की इन दो नई घोषणाओं का चुनाव के शेष तीन चरणों पर असर पड़ना तय है। राजद के नेता इन दोनों घोषमाओं को नीचे आम लोगों तक पहुंचाने में लग गए हैं। पहले से जोश में दिख रहे इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं को दो नए मुद्दे मिल गए हैं। याद रहे तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन इस बात को नीचे तक पहुंचाने में कामयाब रहा है कि अगर भाजपा जीत गई, तो वह संविधान तथा आरक्षण को खत्म कर देगी। इसका असर भी दिख रहा है। दलित और पिछड़ों में सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है। अब हर महीने दस किलो अनाज तथा साल में एक लाख रुपए देने की बात नीचे तक पहुंच गई, तो भाजपा के लिए नई मुसीबत खड़ी हो जाएगी। वह पहले ही संविधान और आरक्षण के मुद्दे से परेशान है। उसके सफाई देने के बावजूद दलितों को विशावस नहीं हो रहा है कि भाजपा संविधान की रक्षा करेगी। ध्यान रहे कांग्रेस ने भी दस किलो अनाज और गरीब महिला को साल में एक लाख देने का वादा किया है।