राजनीतिक कार्यकर्ता और स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव और उनकी टीम ने उप्र के गांवों का दौरा करने के बाद कहा है कि BJP 50 से कम सीटों पर सिमट सकती है। पिछली बार 2019 में भाजपा ने अकेले 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। दो सीट सहयोगी ने जीती थी। इस बार अकेले भाजपा को 12 या उससे ज्यादा सीटों का नुकसान हो सकता है।

योगेंद्र यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजनैतिक भूचाल आ सकता है। मेरठ से बनारस तक 15 संसदीय क्षेत्रों में सैकड़ों ग्रामीण वोटर से बात कर यह साफ है कि सभी जगह सभी जातियों में बीजेपी का वोट खिसक रहा है। 70 तो छोड़िए, बीजेपी के लिये 60 सीट बचाना भी नामुमकिन है, मुझे तो 50 भी नहीं दिख रहीं।
ग्राउण्ड रिपोर्ट के मुख्य बिंदु:

मोदी के लिए प्रति ग़ुस्सा नहीं, उदासीनता है। उन्हें राशन का श्रेय मिलता है लेकिन इस बार उनके नाम पर वोट नहीं पड़ेगा। मोदी की तुलना में योगी ज़्यादा लोकप्रिय हैं, उन्हें गुंडागर्दी ख़त्म करने का श्रेय मिलता है। बीजेपी के अधिकांश सांसदों और स्थानीय नेताओं के ख़िलाफ़ बहुत ग़ुस्सा है। वोटर के मन में महँगाई और बेरोज़गारी है। गाँव में छुट्टे जानवर सबसे बड़ा मुद्दा है। बहुत वोटर परिवर्तन चाहते हैं चूँकि अगर तीसरी पंचवर्षीय में आ गए तब तो तानाशाही शुरू हो जाएगी कुल मिलाकर बीजेपी के वोटर में एक चौथाई कहते हैं कि इस बार उसे वोट नहीं देंगे। सपा और कांग्रेस का वोट क़ायम है। बीएसपी में मामूली गिरावट है लेकिन वो बीजेपी को नहीं जा रहा।

अगर 2019 में बीजेपी के वोट का दसवां हिस्सा भी खिसक कर सपा कांग्रेस को मिल गया तो उसे 20 सीट का नुक़सान हो सकता है। अगर इससे ज़्यादा टूट गया तो परिणाम पूरी तरह से उलट जाएगा।

चेतावनी: अभी सिर्फ़ 16 सीट में वोट पड़े हैं और स्थिति बदल सकती है, लेकिन फ़िलहाल तो हर दिन स्थिति बीजेपी के लिए विकट होती दिखाई दे रही है।

PM में हिम्मत है तो अवाम की थाली और रोजगार पर बात करें : मनोज झा

अंत में योगेंद्र यादव ने कहा कि यह कोई एक्ज़िट पोल या जादुई सर्वे नहीं है। आप ख़ुद इसकी जाँच कर सकते हैं। कहीं भी गाँव देहात में जाकर पूछिये कि पिछली बार किसे वोट दिया था और इस बार किसे देंगे।

Modi बोले मेरा पिछला जन्म बंगाल में हुआ था, RJD का तीखा तंज

By Editor