कार्यवाहक मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि  नीतीश द्वारा दलितों पर चोट का बदला हमारा समाज वोट से देगा. उन्होंने कहा नीतीश को चमचा चाहिए लेकिन मांझी चमचा नहीं हो सकता.

 

न्होंने कहा कि  जदयू के अहंकार का अंत होना तय है. जिस तरह नीतीश कुमार ने मुझे रबर स्टांप समझ कर मुख्यमंत्री बनाया और साजिश रच कर हटाया, उससे साफ हो गया है कि नीतीश सामंती सोच वाले व्यक्ति हैं. मांझी ने कहा कि आप किसी पर भरोसा करते हैं तो अच्छा है। लेकिन, यह नहीं सोचना चाहिए कि आदमी रिमोट से चलेगा या हमेशा दबकर ही रहेगा.

जीतन राम मांझी ने अपनी भविष्य की योजनाओं के पत्ते अभी नहीं खोले हैं. उनकी पार्टी 28 तारीख को मीटिंग करेगी और आगे की रणनीति तय करेगी.
कार्यवाहक मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि मुझे दलित समाज के लिए काम करने का मौका मिला, मैंने जनता के लिए फैसले किए. नीतीश मेरे फैसले को लागू करें. उन्होंने कहा कि बिहार की वित्तीय स्थिति खराब कहना सही नहीं है अगर नीतीश ऐसा कहते हैं कि ऐसा है तो मैं बता सकता हूं कि 600 करोड़ रुपए से संग्रहालय बनाना जरूरी है या गरीबों के लिए इंदिरा आवास बनाना.

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