बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बहुचर्चित मुजफ्फरपुर अल्पावास गृह यौन शोषण कांड की पीड़ित एवं गवाह लड़कियों के मोकामा सुधार गृह से फरार होने के मामले को लेकर बिहार सरकार पर तीखा हमला करते हुए आज कहा कि लड़कियों की बरामदगी के बाद सामने आये तथ्यों से स्पष्ट हो गया है कि एक साज़िश के तहत उन्हें भगाने की पटकथा लिखी गयी।

श्री यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए लिखा, “मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड की पीड़ित और गवाह लड़कियाँ भागी नहीं थी, उन्हें एक साज़िश के तहत भगाने की पटकथा लिखी गयी है ताकि सत्ता शीर्ष पर बैठे सफ़ेदपोशों को बचाया जा सके।” उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर कौन है वो बड़ा नेता और अधिकारी जो लड़कियों के साथ शोषण करता था।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 34 बच्चियों के साथ सत्ता संरक्षित जनबलात्कार जैसा घृणित महापाप होने पर भी मुख्यमंत्री समेत बिहार सरकार इस मामले पर पूर्णत: चुप है। उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय, राष्ट्रीय महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को लेकर नीतीश सरकार को क्या-क्या नहीं कहा लेकिन इनपर कोई असर नहीं हो रहा है।

श्री यादव ने एक ट्वीट में लिखा, “मुजफ्फरपुर कांड में ऐसा कौन शख़्स संलिप्त है जिसे बचाने को लेकर बिहार सरकार सब संस्थाओं की लताड़ बेशर्मी से चुपचाप सुन रही है। केन्द्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों का तबादला करवा रही है।”

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