कृषि विकास के लिए दो कृषि महाविद्यालय समेत चार नये महाविद्यालय खोलें जायेंगे।  समस्तीपुर जिले के पूसा में आयोजित अनुसंधान परिषद् की तीन दिवसीय बैठक को संबोधित करते हुए डा.राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. आर. सी. श्रीवास्तव ने कहा कि नये विश्वविद्यालय खोलने के लिए बिहार सरकार भूमि अधिग्रहण का कार्य कर रही है।

मधुबनी में पशु महाविद्यालय, मोतिहारी के पीपराकोठी में उद्यान महाविद्यालय, औरंगाबाद और सारण में नये कृषि महाविद्यालय खोले जायेंगे। इन नये महाविद्यालयों के खोले जाने से बिहार के किसानों और पशुपालकों को उन्नत तकनीकों की बेहतर जानकारी प्राप्त होगी।  डा.श्रीवास्तव ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को देखते हुए फसलों की बुआई के लिए वैज्ञानिकों ने नये अनुसंधान विकसित कर किसानों को लाभ पहुंचा रहे है। खेती में कम लागत से सिंचाई करने के लिए विश्वविद्यालय ने सोलर चलित पंप सेटों का भी अविष्कार किया है।

कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के विज्ञानिकों द्वारा कचरा प्रबंधन, सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई प्रणाली और जैविक खेती समेत अन्य कृषि कार्यों पर विशेष रूप से कार्य किये जा रहे है। बैठक में विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसंधान डा.मिथिलेश कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक डा.एम.पी.सिंह, डा.ए.के. मिश्रा, डा.दिव्यांशु शेखर,डा.मृत्युंजय कुमार समेत अन्य कृषि वैज्ञानिकों ने भाग लिया।

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