कोशी नव निर्माण मंच ने निश्चय यात्रा पर कोशी में पधारे माननीय मुख्यमंत्री से सात सवाल पूछते हुए 2008 की कुसहा त्रासदी के समय पहले से बेहतर कोशी बनाने के वादे का हकीकत बताने की चुनौती दी हैं.Nitish.question

 

मंच के संस्थापक महेंद्र यादव ने नीतीश कुमार से सात सवाल पूछे हैं.

 

1)            कहाँ हैं पहले से बेहतर कोशी ?

जब 2008 की कुसहा त्रासदी हुयी थी तब माननीय मुख्यमंत्री ने पहले से बेहतर कोशी बसाने का वादा किया था 8 वर्ष हो गए, कहाँ नया कोशी बनाये हैं वह भी जनता को दिखाए| उन्होंने कहा कि विश्व बैंक से कर्ज के बाद भी सभी पीड़ितों का पुनर्वास दिए बगैर योजना बंद कर दी गयी है| सरकार के रिपोर्ट में ही 236632 लोगों के पूर्ण घर ध्वस्त होने की बात उल्लेखित है, परन्तु अभी तक 64000 घर बनाने का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया है| जबकि उसी त्रासदी को दिखाकर विश्व बैंक से कर्ज की दूसरी खेप आई है जिसमें पुनर्वास का नाम भी नहीं हैं| मुरलीगंज, वीरपुर, मधेपुरा जैसे नगर निकायों को पूर्ण रूप से बंचित कर दिया गया हैं कोशी के लाखो बाढ़ पीड़ित अभी पुनर्वास की राह देख रहें हैं और योजना बंद कर दी गयी| इस राष्ट्रीय आपदा में लूट व मनमाना भी खूब हुआ हैं, पर उस पर भी ठोस कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई हैं| कोशी के पीड़ितों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों ?

2)            कोशी जांच आयोग की रिपोर्ट पर क्यों नहीं हो रही  कार्रवाई?

कुसहा त्रासदी शायद दुनिया की पहली राष्ट्रीय आपदा होगी जो मानवीय कारणों से हुयी उसकी जाँच के लिए गठित न्यायिक जाँच आयोग की लचर रिपोर्ट पर राज्य सरकार उसी दोषी विभाग से पुनः जाँच करने की दो कमेटिया बना दी, उनका कार्यकाल भी जनवरी 2015 में समाप्त हो गया पर उस पर कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई हैं| दोषी घूम रहें हैं| सरकार किस दबाव में न्यायमूर्ति बालिया आयोग की रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं कर रही है? माननीय मुख्य मंत्री यह भी बताएं कि उस रिपोर्ट पर कब तक कार्रवाई करेंगे ?

3)            फरक्का तोड़ने पर सहमत पर कोशी का सम्पूर्ण पर्यायवर्णीय अध्धयन क्यों नहीं ?

पिछले दिनों फरक्का तोड़ने के बयान का स्वागत पर कोशी के तटबंध बनने के आज तक के  सम्पूर्णता में कोशी बेसिन का पर्यावरणीय अध्धयन कराकर बाढ़ की समस्या का दीर्घ कालीन उपाय पर काम कब होगा? साथ ही पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील इस अंचल के विकास के लिए विशेष निति कब बनेगी?

4)            कोशी तटबंध के भीतर विकास का काला पानी भोग रहे लोगों के लिए क्या योजना हैं?

कोशी तटबंध के अन्दर विकास का काला पानी भोग रहे लोगों के लिए क्या योजना है? चल रही कल्याणकारी योजनाये उन तक कब पहुचेंगी? क्या दोनों तटबंधो के अन्दर के लोग राज्य के नागरिक नहीं हैं? बार-बार कटाव से विस्थापितो को बसाने व समुचित पुनर्वास की वर्त्तमान में क्या योजना हैं? उनके गाद व सिल्ट से भरे उनके खेतों में सरकार लगान लेना कब बंद करेगी?

5)            फाइलों से कब निकलेगी पलायन मजदूरों की योजनाये ?

कोशी अंचल से पलायन करने वाले लोग पेट पालने के लिए अमानवीय तरीको से पलायन करते हैं पर राज्य सरकार द्वारा घोषित योजनाये फाइलों में बंद होती हैं| वे योजनाये सरजमीन पर कब आएँगी?

6)            किसानों को लाभकारी मूल्य कब तक और मुफ्त फसल बीमा कब से ?

प्राकृतिक आपदाओं की जद में बसे कोशी अंचल के किसान बहुत जोखिम उठाकर फसल तैयार करते हैं पर उनके उपज का लाभकारी मूल्य तो दूर न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नगद नहीं मिलता हैं जिससे विचौलिये के हाथ उपज बेचने पर मजबूर हैं| साथ ही फसल बीमा नहीं होने से तबाह होते रहते हैं| उनको लाभकारी नगद मूल्य और मुफ्त फसल बीमा सरकार कब से शुरू करेगी?

7)            कोशी मेची  इंट्रा नदी जोड़ परियोजना किसके लिए हैं ?

पूर्वी कोशी मुख्य नहर जो निर्माण से अब तक निर्मित होते समय तय लक्ष्य की 20% से अधिक सिचाई नहीं दे पाई उसी को मेंची नदी में जोड़ कर कैसे महानंदा बेसिन में 2.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिचाई कैसे देंगे? जब मानसून सीजन में इस इलाके में 1640 मिलीमीटर वर्षा होती हैं तो मात्र उसी सीजन के लिए यह परियोजना किसे फायदा पहुचायेगी? कोशी पूर्वी मुख्य नहर के कमांड एरिया में सूखे के समय जब वर्षा नहीं होगी तब समुचित पानी कैसे मिलेगा? क्या ठीकेदारों को फायदा के लिए यह योजना नहीं हैं? बाढ़ के समय यह मुख्य नहर भी अनेक स्थानों पर ध्वस्त हुई थी फिर बाढ़ से सुरक्षा कैसे?

अनेक अध्धयनो से साफ हो चूका हैं की अधिक भूमिगत जल के दोहन से आर्सेनिक, फ्लोराइड व अन्य खतरनाक रसायनो में बढ़ोतरी हो रही हैं हर घर  को नल के जल की योजना को इससे बचाने के लिए आपके द्वारा क्या उपाय किये गए हैं?

 

By Editor