प्राइमरी स्कूल के बच्चे अक्सर अपने शिक्षकों से बहाना बनाते हुए पकड़े जाते हैं लेकिन अगर एक थानेदार अपने सूपर बॉस यानी एसएसपी से बुखार का बहाना बनाये और पकड़ा जाये तो क्या होगा?

जीतेंद्र राणा फोटो रंजीत कुमार डे
जीतेंद्र राणा फोटो रंजीत कुमार डे

पटना में सुलतानगंज के थानेदार शालीग्राम कुछ ऐसे ही एसएसपी के सामने रंगे हाथ  पकड़े गये.

पटना के एसएसपी जीतेंद्र राणा गुरुवार को शहर के विभिन्न थानों के  थानेदारों का लोकेशन ले रहे थे.वह थानदारों से बात करते और हालात का जायेजा लेते. लेकिन जब उन्होंने सुलतानगंज इलाके के थानेदार का लोकेशन लिया तो जवाब नहीं मिला. फिर उन्होंने थानेदार शालीग्राम के मोबाइल पर फोन लगा दिया. फोन की घंटी बजते ही शालीग्राम के होश उड़ गये. संभलते हुए उन्होंन बिना सोचे बहाना बनाया और फोन पर जवाब दिया- “श्रीमान मुझे बुखार है और मैं घर पर हूं.. शरीर तप रहा है”.

 

इतना सुनते ही एसएसपी ने गरजती आवाज में कहा- “आप फौरन पाटलिपुत्र पिएस पहुंचिये”. इस बीच एसएसपी ने पाटलिपुत्र पीएस के सिपाही को भेज कर थर्मामीटर मंगवा लिया. पौन घंटे के अंदर जब शालीग्राम वहां पहुंचे तो एसएसपी ने कहा कि आप थर्मामीटर अपनी जुबान के नीचे लगाइए ताकि आपका बुखार चेक किया जा सके. इतना सुनते ही शालीग्राम के शरीर में कंपी आ गयी. उन्होंने मजबूरी में थर्मामीटर जुबान के नीचे रखा. शरीर का तापमान नोट किया तो पता चला कि यह 98.7 फेरनहाइट बता रहा है. यानी बुखार का बहाना पकड़ा गया. रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद शालीग्राम इतने शर्मिंदा हुए कि उनकी बोलती बंद हो गयी.

इसके बाद एसएसपी ने उन को कुछ डांट पिलायी फिर बाद में रहमदिली दिखाते हुए सिर्फ इतना कहा कि बहाना बनाने से कम नहीं चेगा.  उन्होंने चेतावनी दी कि यह उनका आखिरी बहाना है.

शालीग्राम ने खुद को संभालते हुए कहा जी सर अब कभी बहाना नहीं बनाऊंगा. कल्पना कीजिए कि इस वक्त प्राइमरी स्कूल के बच्चे और शालीग्राम के चेहरे में कितनी समानता दिख रही होगी?

By Editor