दिल्ली हाईकोर्ट के 47 वर्ष के इतिहास में जस्टिस जी रोहिणी पहली महिला मुख्य न्यायाधीश के रूप में सोमवार को पद ग्रहण करेंगी.

जस्टिस रोहिणी
जस्टिस रोहिणी

दिल्ली हाईकोर्ट की स्थानपना 1966 में हुई थी. दिल्ली हाईकोर्ट की रजिस्ट्रार जनरल संगीता सेहगल ने यह जानकारी दी है कि रोहिणी सोमवार को अपना पद संभाल लेंगी. रोहिणी इससे पहले आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट में जज के रूप में जिम्मेदारी निभा रही थीं.

दिल्ली हाईकोर्ट के 40 जजों में रोहिणी दसवीं महिला जज हैं. समझा जाता है कि, अगर वह सुप्रीम कोर्ट में नहीं भेजी गयीं तो अगले चार साल तक इस पद पर बनी रह सकती हैं.

1955 में जन्मी रोहिणी ने हैदरबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. उन्होंने विशाखापत्नम विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की है.

जस्टिस रोहिणी ने 1980 में वकालत की शुरूआत की थी. सन 2001 में वह पहली बार स्थाई जज बनी थीं.

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