पंजाब के आईजीपी (विजीलैंस) सतीश कुमार अष्ठना को निलंबित कर दिया गया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने अनाधिकृत रूप से अनेक कर्मियों को अपने निजी इस्तेमाल में लगा रखा था.

निलंबन के बाद अष्ठाना के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है.एक सरकारी प्रवकता का कहना है कि मुख्यसचिव ने एक वरिष्ट आईएएस अधिकारी से मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.

प्रवकता के अनुसार अगले दो महीने में अनुशसनात्मक कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है. प्रवकता का कहना है कि इस पूरे मामले में उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी जिन्होंने अष्ठाना को अनाधिकृत रूप से सरकारी कर्मियों को उनके हवाले किया था.

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इस से पहले एडीजी पुलिस दिनकर गुप्ता द्वारा प्राथमिक जांच करवाई गई थी उसी आधार पर निलंबन का फैसला लिया गया है.

सूत्रों का कहना है कि अष्ठाना के खिलाफ यह कार्रवाई उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के निर्देश पर की गई है. बादल के पास गृह विभाग भी है.

हाल ही में राज्य के पुलिस महानिदेशक ने उच्च न्यायालय को बताया था कि अष्ठाना के पास अनाधिकृत रूप से 31 बंदूकधारी जवान तैनात हैं.

अष्ठाना के अनुचित रिकार्ड के मद्देनजर, चुनाव आयोग ने हाल ही में हुए असेम्बली चुनावों के दौरान उन्हें पटियाला के डीआईजी के पद से हटा दिया था.

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