जल्द ही 21 दिन के अंदर होगा पुलिस वेरिफिकेशन का काम

-21 दिन के अंदर होगा पुलिस वेरिफिकेशन का काम, बिहार चैंबर ऑफ काॅमर्स में क्षेत्रीय पासपोर्ट अफसर ने दिलाया भरोसा
नौकरशाही डेस्क, पटना

जल्द ही 21 दिन के अंदर होगा पुलिस वेरिफिकेशन का काम
जल्द ही 21 दिन के अंदर होगा पुलिस वेरिफिकेशन का काम

बिहारवासियों को जल्द ही अप्लाई करने के एक महीने के भीतर पासपोर्ट मिल जायेगा. इसके लिए जल्द ही 21 दिनों के अंदर पुलिस वेरिफिकेशन का काम होगा. इस पर विदेश मंत्रालय में तेजी से काम चल रहा है. अभी पासपोर्ट पुलिस वेरिफिकेशन का काम 35 दिनों में होता है. क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शत्रुध्न सिन्हा ने यह भरोसा दिलाया है. सोमवार को बिहार चैंबर आॅफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्रीज में आयोजित एक समारोह में उन्होंने कहा कि पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर पासपोर्ट बनाने वाले लाेगों की शिकायत है . उसे ही दूर करने के लिए पुलिस वेरिफकेशन का प्रयास में जुटा है मंत्रालय. उन्होंने कहा कि पासपोर्ट ऑफिस एवं एसपी आॅफिस ऑन लाइन होने के कारण वेरिफिकेशन का कार्य तुरंत होता है परंतु थाना ऑन लाइन नहीं होने के कारण कुछ देरी होती है. सिन्हा ने कहा कि पासपोर्ट कार्यालय हर माह लंबित पुलिस वेरिफिकेशन की सूची एसपी को उपलब्ध कराते है ताकि लंबित काम जल्द हो.
पासपोर्ट बनाने में बढ़ी है सुविधाएँ
पासपोर्ट बनाने के लिए पहले के अपेक्षा काफी सुविधा बढ़ी है एवं पारदर्शिता आयी है. भारत सरकार वसुधा केंद्र के माध्यम से पासपोर्ट बनाने पर विचार कर रही है. हाल में सूबे के चार जिले भागलपुर, मुजफ्फरपुर,सीवान और पूर्णिया में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला गया है. बहुत जल्द गोपालगंज में भी शुरू होनेवाला है. दक्षिण बिहार में पासपोर्ट कार्यालय खोलने का प्रस्ताव है. सेवा केंद्र खुलने से लोगों को काफी राहत मिली है. नहीं तो हर काम के लिए पटना आना पड़ता था. उन्होंने बताया कि पहले मैट्रिक के प्रमाण पत्र को जन्मतिथि मानकर पासपोर्ट बनाया जाता था लेकिन 1989 से जन्मतिथि प्रमाण पत्र अनिवार्य कर दिया गया था. परंतु अब पासपोर्ट के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस एवं वोटर आई डी रहने से कहीं पर कोई परेशानी नहीं होगी. सिन्हा ने बताया कि पटना कार्यालय में प्रतिदिन 900 और दरभंग कार्यालय में 100 लोगों को समय दिया जाता है. आवेदन की प्रक्रिया आवेदक के सामने किया जाता है. इसलिए कोई शिकायत करता है तो वह निराधार है. उन्होंने स्वीकार किया कि पासपोर्ट का आवेदन पत्र भरने में कम लोगों को परेशानी होती है लेकिन ऑनलाइन होने के बाद इसमें कमी आयी है क्योंकि वे घर बैठे या साइबर कैफे से फार्म भर सकते है. सिन्हा ने कहा कि दलाल काे लेकर पासपोर्ट कार्यालय काफी सजग है. लोगों से आग्रह है कि वे दलालों के चक्कर में नहीं पड़े. हाल के दिनों में पुलिस के सहायोग से कई दलाल पकड़े जा चुके हैं. चैंबर के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि पासपोर्ट कार्यालय में हिन्दी में भी काम हो इसके लिए वे मंत्रालय से बात करेंगे.

By Editor