मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार जनता परिवार के विलय की बात कर रहे हैं। महाविलय की घोषणा कर रहे हैं। बिहार में राजद, कांग्रेस, सीपीआई के समर्थन से सरकार चला रहे हैं। ये पार्टियां ट्रेजरी बेंच पर बैठ रही हैं। यानी यह पूरी तरह सत्‍ता पक्ष के साथ हैं। लेकिन संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार मानते हैं कि राजद, सीपीआई और कांग्रेस विधान सभा में विरोधी दल हैं।sravan

नौकरशाही ब्‍यूरो

 

आज विधान सभा स्थित अपने कक्ष में संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि सवाल पूछने हक सिर्फ भाजपा को ही है क्‍या? सिर्फ भाजपा ही विरोधी दल है क्‍या? राजद, कांग्रेस भी विरोधी दल में हैं। उनको भी सवाल पूछने का हक है। इसके बाद पत्रकारों ने सवाल पूछा कि क्‍या राजद, कांग्रेस विरोधी दल हैं ? इस पर उन्‍होंने कहा कि तो क्‍या राजद, कांग्रेस सरकार में हैं?

 

नहीं आ रहे स्‍तरीय सवाल

श्रवण कुमार ने कहा कि विधान सभा की कार्यवाही के दौरान सवालों का संकट खड़ा हो गया है। स्‍तरीय सवाल नहीं आता है। विपक्षी दल एक ही सवाल को घुमा-घुमाकर पूछ रहा है। विपक्षी दल के नेता पद की गरिमा का सम्‍मान नहीं कर रहे हैं। उनका संसदीय लोकतंत्र में विश्‍वास नहीं है। उन्‍होंने कहा कि भाजपा वाले बेचैन हैं। लेकिन चुनाव में जनता शांत कर देगी। उन्‍होंने कहा कि सरकार विपक्षी दल को सामाजिक तनाव फैलाने का मौका नहीं देगी। नालंदा के नेउरा की घटना पर विपक्षी दल राजनीतिक कर रहा है और यह उचित नहीं है।

By Editor