हिन्दी के वयोवृद्ध लेखक रामदरश मिश्र, अंग्रेजी के लेखक साइरस मिस्त्री,  मैथिली के लेखक मनमोहन झा तथा संस्कृत के कवि रामाशंकर अवस्थी समेत 23 साहित्यकारों को इस वर्ष साहित्य अकादमी का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गयी है। darshs

 

मैथिली के लिए मनमोहन झा को मिला सम्‍मान
अकादमी के अध्यक्ष डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक में इन पुरस्कारों को मंजूरी दी गयी। अकादमी के लिए यह वर्ष विवादों से घिरा रहा । इसलिए इस वर्ष के पुरस्कारों पर देश भर की नजर लगी हुई थी।  अकादमी के सचिव श्रीनिवास राव ने नई दिल्‍ली में पत्रकारों के सामने पुरस्कारों की घोषणा करते हुए बताया कि वर्ष 2015 के लिए यह पुरस्कार छह कविता संग्रह, छह कहानी संग्रह, चार उपन्यासए दो निबंध, दो नाटक तथा दो आलोचना पुस्तकों एवं एक संस्मरण पुस्तक के लिए दिए गए। बंगला का पुरस्कार बाद में घोषित किया जाएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय में हिन्दी के प्रोफेसर रहे 92 वर्षीय रामदरश मिश्र को उनके कविता संग्रह ‘आग की हंसी’ के लिए दिया गया। हिन्दी के लिए जूरी के सदस्यों में प्रो.महेंद्र मधुकर, माघव कौशिक तथा प्रो. रामजी तिवारी थे।
श्री राव ने बताया कि ये पुरस्कार अगले वर्ष साहित्योत्सव में 16 फरवरी को राजधानी के फिक्की सभागार में एक समारोह में अकादमी के अध्यक्ष डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी के हाथों दिए जाऐंगे। इस पुरस्कार में एक लाख रूपए की राशि शामिल है। साहित्योत्सव 15 से 20 फरवरी तक होगा जिसका विषय, “ गाँधी, अंबेडकर तथा नेहरू की परम्परा ” होगा।

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