CMIE : बेरोजगारी में बिहार टॉप 4 में, ओडिशा में सबसे कम

आज CMIE के नए आंकड़ों की ओडिशा में खूब चर्चा है। वहां सबसे कम बेरोजगारी है। बिहार देश के सर्वाधिक चार बेरोजगार राज्यों में। इसीलिए इस पर बिहार में खामोशी।

बिहार कल से अपने अतीत का जश्न मना रहा है। इस बीच तेलंगाना में बिहार के 11 मजदूरों के जिंदा जलने की खबर से सारण के लोग खून के आंसू रो रहे हैं। अब एक और खबर आई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की नई रिपोर्ट आई है, जिसमें बिहार देश के सर्वाधिक चार बेरोजगार राज्यों में शामिल है। इस खबर की इसीलिए बिहार में कोई चर्चा नहीं है। ओडिशा में इस रिपोर्ट की खूब चर्चा है। लोग बता रहे हैं कि नवीन मॉडल के कारण बेरोजगारी घटी है।

आज देश में बेरोजगारी का प्रतिशत 7.5 है। जबकि ओडिशा में यह राष्ट्रीय औसत से बहुत कम 1.5 है। अर्थात वहां लगभग नहीं के बराबर बेरोजगारी है। वहीं बिहार में बेरोजगारी राष्ट्रीय स्तर से लगभग दोगुना 14 प्रतिशत है। सीएमआईई ने यह आंकड़ा सितंबर से दिसंबर, 2021 का दिया है। ओडिशा में लॉकडाउन के बाद कई ग्रामीण रोजगार योजनाएं शुरू की गईं। बिहार सरकार ने कहा था कि किसी को बाहर रोजगार के लिए नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन अब आंकड़े सच्चाई सामने रख रहे हैं।

सीएमआईई ने 26 राज्यों का आंकड़ा दिया है। देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी राजस्थान में है। वहां 32.3 प्रतिशत बेरोजगारी है। इसके बाद हरियाणा का नंबर है। वहां 31 प्रतिशत बेरोजगारी है। तीसरे नंबर पर झारखंड है, जहां 15 प्रतिशत बेरोजगारी है। इसके ठीक नीचे 14 प्रतिशत बेरोजगारी बिहार में है। जम्मू-कश्मीर में यह 13 प्रतिशत है। यूपी के बारे में माना जाता है कि वहां बेरोजगार तो हैं, पर रोजगार मांगते नहीं. उन्हें रोजगार मांगने पर मिलेगा, इसका भरोसा ही नहीं है। वहां इस आंकड़े के अनुसार 2.7 प्रतिशत बेरोजगारी है। लगभग नहीं के बराबर पर यथार्थ कुछ और ही है।

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