कोरोना नए वेरिएंट पर मोदी चिंतित, क्या बोले साइंटिस्ट

अफ्रीकी देशों से शुरू हुए कोरोना के नए वेरिएंट पर पीएम मोदी चिंतित। राहुल ने चेताया। इसे डेल्टा से ज्यादा खतरनाक माना जा रहा। वैज्ञानिक बोले, डिजास्टर नहीं।

कोरोना के नए वेरिएंट को डब्ल्यूएचओ ने Omicron (ओमिक्रोन) नाम दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में हुई एक समीक्षा बैठक में इस नए वेरिएंट के प्रति पहले से सजग रहने पर जोर दिया। कांग्रेस के राहुल गांधी ने इस नए वेरिएंट के प्रति चिंता जताते हुए सरकार को घेरा। कहा कि सरकार ने वादा किया था कि 31 दिसंबर तक देश के हर नागरिक को टीका दे दिया जाएगा, लेकिन मोदी सरकार लक्ष्य से बहुत दूर है।

इस बीच द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह नया वेरिएंट डिजास्टर नहीं है। ब्रिटिश सरकार के साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इमरजेंसी के वैज्ञानिक प्रो. कालुम सेंपल ने दुनिया भर के अखबारों में कोरोना के इस नए वेरिएंट के बारे छपी खबरों और हेडलाइन पर सावधान किया है। उन्होंने कहा कि इस वेरिएंट को अत्यधिक भयानक कहा जा रहा है, जो अनुचित है। वैज्ञानिक का यह बयान उस समय आया, जब ब्रिटेन ने अनेक अफ्रीकी देशों से हवाई यात्रा पर रोक लगा दी। वहां अधिकारियों का यह मानना है कि यह नया वेरिएंट बहुत भयानक है।

प्रो. कालुम सेंपल ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि कुछ अखबारों की हेडलाइन में नए वेरिेंट को बहुत खतरनाक और भयानक बताया जा रहा है, जो वास्तविकता को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना है। उन्होंने कहा कि टीका प्रभावी है और सिर दर्द, बुखार की शिकायत हो सकती है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की संभावना बहुत कम है।

राहुल गांधी ने कहा कि देश में टीकाकरण की रफ्तार बहुत धीमी हो गई है। अबतक केवल 31.19 प्रतिशत लोग पूरी तरह टीका ले चुके हैं। फिलहाल 68 लाख लोगों को रोज टीका दिया जा रहा है, जबकि इसे दो करोड़ 33 लाख होना चाहिए।

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By Editor