बिहार की चालीस लोकसभा सीटों के लिए कल हो रहे मतगणना के बाद हिंसा की आशंका को देखते हुये एहतियात के तौर पर पुलिस को एलर्ट कर दिया गया है। राज्य पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि मतगणना को देखते हुये सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक को सतर्क कर दिया गया है।

इससे संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिये गये हैं। साथ ही मतगणना केंद्रों के दो किलोमीटर के क्षेत्र में मजमा लगाने पर भी रोक लगा दी गई है। सभी मतदान केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।

सूत्रों ने बताया कि मतगणना केंद्रों पर बगैर अधिकृत पहचान-पत्र के किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। मीडियाकर्मियों पर भी यह व्यवस्था लागू है। छोटे और बड़े वाहनों के लिए चिन्हित स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। मतदगणना के दौरान या बाद में भी किसी तरह की घटना होने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि श्री कुशवाहा के बयान से किसी तरह की हिंसा हुई तो इसके लिए वह जिम्मेवार होंगे और उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
उधर, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के सत्तारूढ़ दल पर लोकसभा चुनाव परिणाम लूटे जाने के प्रयास का आरोप लगाने और इसे रोकने के लिए हथियार तक उठाये जाने की चेतावनी के बाद कैमूर के पूर्व विधायक एवं लोकसभा चुनाव में बक्सर से निर्दलीय उम्मीदवार रामचंद्र सिंह यादव के हथियार लहराने के मामले में पुलिस ने आज उनके आवास पर छापेमारी की।

पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय प्रसाद एवं अनुमंडल पदाधिकारी जन्मेजय शुक्ल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आज पूर्व विधायक श्री यादव के भभुआ स्थित घर पर छापेमारी की। पुलिस के आने की भनक लगते ही श्री यादव फरार हो गये।

इस बीच अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को हथियार का लाइसेंस उसकी सुरक्षा के लिए दिया जाता है न कि सार्वजनिक स्थल पर दिखाकर डर पैदा करने के लिए।

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