जातीय जनगणना पर तेजस्वी ने Nitish से क्या पूछा

भाजपा-जदयू के बीच टकराव का नया कारण बन रही है जातीय जनगणना। बिहार की सबसे बड़ी पार्टी के नेता तेजस्वी ने Nitish को कैसे घेरा?

जनसंख्या नियंत्रण कानून के बाद बिहार की राजनीति में अब जदयू-भाजपा के बीच टकराव का नया कारण बन रही है जातीय जनगणना। जब भी विभिन्न कमजोर जातियां अपना हक मांगती हैं, तो सोशल मीडिया पर ‘हिंदू एक हो ट्रेंड’ कराया जाता है। एक बार फिर से जातीय जनगणना की मांग उठी है। वहीं कल भी हिंदू एकता ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था। भाजपा के बड़े नेता कह चुके हैं कि जातीय आधार पर जनगणना नहीं होगी। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना के पक्ष में फिर बयान दिया है। राजद भी जातीय जनगणना के पक्ष में रहा है। यहां राजद और जदयू में एकता है, लेकिन सवाल है कि जदयू तो अब केंद्र सरकार में हिस्सेदार भी है। केंद्र सरकार को ही यह निर्णय लेना है। इसलिए तेजस्वी ने आज सवाल उठाया।

आज बिहार के सबसे बड़े दल राजद के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री से पूछा कि मोदी सरकार जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं हैं, आपके तो अब केंद्र में मंत्री भी हैं, आप सिर्फ बोलेंगे ही या वंचितों का हक दिलाने के लिए कुछ करेंगे भी।

तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया- माननीय मुख्यमंत्री जी, केंद्र सरकार अगर जातीय जनगणना पर पुनर्विचार नहीं करेगी, तो आप क्या करेंगे? हमारी मांग पर बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से जातिगत जनगणना का प्रस्ताव पारित किया गया था। केंद्र सरकार में आपकी हिस्सेदारी है। आपके कैबिनेट मंत्री हैं, फिर भी अनुनय विनय कर रहे है?

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट किया था-हम लोगों का मानना है कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। बिहार विधान मंडल ने दिनांक-18.02.19 एवं पुनः बिहार विधान सभा ने दिनांक-27.02.20 को सर्वसम्मति से इस आशय का प्रस्ताव पारित किया था तथा इसेे केन्द्र सरकार को भेजा गया था। केन्द्र सरकार को इस मुद्दे पर पुनर्विचार करना चाहिए।

यहां यह गौर करनेवाली बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ट्विटर हैंडल से प्रायः सरकारी आयोजन में मुख्यमंत्री की भागीदारी की ही बातें ट्वीट की जाती हैं। इसके अलावा जयंती या पुण्यतिथि पर समाज, राजनीति के अग्रणी नेताओं को याद करते हुए ट्वीट देखने को मिलते हैं। आज अरसे बाद मुख्यमंत्री ने जातीय जनगणना के पक्ष में ट्वीट किया है।

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अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या जदयू-भाजपा के बीच जातीय जनगणना राजनीतिक टकराव का नया मुद्दा बनेगा? तेजस्वी ने भी सही मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है।

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