ऑपरेशन RCP खत्म नहीं हुआ : बंगला गया, अब समर्थकों पर गाज!

पहले RCP की राज्यसभा सदस्यता गई, फिर बंगला गया। अब समर्थकों पर गिरेगी गाज। अभी ऑपरेशन RCP खत्म नहीं हुआ। भंग हो सकती हैं राज्य-जिला कमेटियां!

अभी ऑपरेशन RCP खत्म नहीं हुआ है। पहले उनकी राज्यसभा से सदस्यता गई। फिर बहुत जल्द उन्हें बंगला खाली करने का सरकारी फरमान मिल गया। लेकिन अभी आगे बहुत कुछ होना बाकी है।

आज जो जदयू की राज्य कमेटी है, जो जिला कमेटियां हैं, उन सबका गठन तब हुआ था, जब आरसीपी सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। पिछले साल जून में जदयू की नई राज्य कमेटी बनी थी, जिसमें 29 उपाध्यक्ष, 60 महासचिव तथा 114 सचिव बनाए गए थे। पिछले साल ही जुलाई के पहले सप्ताह में आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्री बने और जुलाई के ही अंतिम सप्ताह में ललन सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। जाहिर है आज जो राज्य और जिला कमेटियां हैं, वो तब बनी थीं जब आरसीपी सिंह अध्यक्ष थे।

आरसीपी सिंह को राज्यसभा का टिकट नहीं मिला। बंगला खाली करने का नोटिस जारी हो चुका है। ऐसे में स्वाभाविक है कि ललन सिंह नई प्रदेश कमेटी तथा नई जिला कमेटियों का गठन करें। वे कभी नहीं चाहेंगे कि आरसीपी के समर्थक जिला कमेटियों के पदाधिकारी बने रहें। चूंकि अब लोकसभा चुनाव में दो साल से कम का वक्त रह गया है, तो अभी ही पार्टी के पुनर्गठन का काम पूरा कर लें, ताकि कल पार्टी में कोई विरोध का स्वर न रहे। पार्टी पूरी तरह एकताबद्ध रहे, इसके लिए जरूरी है कि ललन सिंह ऊपर से नीचे तक अपनी नई टीम का गठन करें।

अभी तक आरसीपी सिंह ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भाजपा में शामिल होंगे या कोई नया संगठन बना सकते हैं। तीसरा विकल्प भी उनके पास है कि वे जदयू में ही रहें। हालांकि आज जो स्थिति है, उसमें तीसरे विकल्प की संभावना कम है। लेकिन राजनीति में वक्त बदलते देर नहीं लगती।

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By Editor