केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि प्रस्तावित इंद्रपुरी जलाशय की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) इस वर्ष दिसंबर से पहले सौंप दें।


श्री चौबे ने डिहरी में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि रोहतास जिले के नवहट्टा प्रखंड में प्रस्तावित इंद्रपुरी जलाशय योजना मध्य और दक्षिण बिहार के लिए ही नहीं बल्कि पूरे राज्य के लिए वरदान साबित होगा। पटवन के अलावा इस निर्माणाधीन परियोजना के पूरा होने पर लगभग 450 मेगावाट बिजली का भी उत्पादन होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि इस जलाशय योजना का डीपीआर दिसंबर से पहले सौंप दें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बक्सर से सांसद चुने जाने के बाद चार दशक से लंबित इस परियोजना के लिए प्रयास शुरू हुआ। जुलाई 2016 में उत्तर प्रदेश के साथ इस परियोजना की ऊंचाई को लेकर विवाद समाप्त हुआ। उन्होंने बताया कि अगस्त 2017 में डीपीआर तैयार करने का कार्य करना प्रारम्भ हुआ और इसे 18 महीने में तैयार कर लिया जाएगा।

श्री चौबे बताया कि इंद्पुरी जलाशय योजना 169 फीट ऊंची होगी। 85 किलोमीटर क्षेत्र में 90 लाख एकड़ फुट जल का भंडारण होगा। उन्होंने बताया कि इसके निर्माण से 11 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके मध्य प्रदेश सरकार से बातचीत के बाद आज बाणसागर से 3500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि सोन नदी के पानी के हिस्से के साथ बेईमानी नही होने दी जाएगी।

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