मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में विधानसभा चुनाव शीघ्र कराये जाने की अटकलों के बीच स्पष्ट किया कि चुनाव नियत समय पर ही होंगे। 

श्री कुमार ने विधानसभा चुनाव को लेकर पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि विधानसभा का चुनाव अपने नियत समय पर ही होगा। वहीं, केन्द्र सरकार में जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के शामिल होने पर श्री कुमार ने कहा कि केन्द्र में राजग की सरकार बनेगी तो उसमे घटक दल शामिल होंगे ही।

बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, “मतदान देकर जब मैं निकल रहा था तो पत्रकार बंधुओं के सवाल पर ही मैंने अपनी प्रतिक्रया दी थी। यह बात सही है कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग सर्वसम्मति से बिहार विधानसभा और विधान परिषद् में पारित हुआ था, इसलिये इसके लिये निरंतर प्रयास करने की जिम्मेवारी हमलोगों की ही है।

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इसके पक्ष में एक करोड़ लोगों ने हस्ताक्षर किये और उसे तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को सौंपा गया। चौदहवें वित्त आयोग की अनुशंसा को आधार बनाकर केंद्र द्वारा यह बात कही गयी कि विशेष राज्य के दर्जे की बात नहीं हो सकती। इसके लिए मैं पहले से ही प्रतिबद्धत हूं।”

श्री कुमार ने कहा, “पन्द्रहवें वित्त आयोग के सामने हमलोगों ने पूरी मजबूती और तर्कसंगत तरीके से अपनी बात रखी। अभी पन्द्रहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष मतदान देने यहां आये थे, व्यक्तिगत संबंध के तौर पर उस दिन भी उन्हें यह बात याद दिलाई है। हमलोगों की राय स्पष्ट है कि बिहार जैसे राज्य को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, इसके लिए 2006 से निरंतर हमलोग अपनी बात उठाते रहे हैं और आगे भी प्रयास करते रहेंगे।”

नीतीश कुमार ने आज कहा कि धारा 370 के मामले पर उनका रुख बिल्कुल स्पष्ट है और इसमें कही किसी तरह का विरोधाभास नहीं है।

मुख्यमंत्री ने यहां कहा कि साल 1996 में जब पहली बार हमलोगों की पार्टी का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन हुआ उस समय ही इन मसलों पर हमारा रुख स्पष्ट है। इस मुद्दे पर भाजपा का जो रुख है, वह एक दल के रूप में है क्योंकि एक पार्टी के रूप में सबके अपने-अपने विचार होते हैं लेकिन जब गठबंधन होता है तो काम शुरू होने के पहले घटक दलों से हर मुद्दे पर विमर्श होता है।

By Editor