JNUSU के पूर्व प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार पर देश विरोधी भाषण देने के मामले पर चार्जशीट दायर होने के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने पहली बार उनके समर्थन में बयान दिया और कहा कि जो भी भाजपा के खिलाफ बोलता हैं। उसके खिलाफ केस दर्ज होता है। मालूम हो कि इससे पहले कांग्रेस वरिष्ठ नेता व पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम कन्हैया कुमार और अन्य के खिलाफ देशद्रोह के आरोप हास्यास्पद बता चुके हैं।
नौकरशाही डेस्क
महागठबंधन के दही चूड़ा भोज में कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे तेजस्वी यादव से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो भी भाजपा के खिलाफ बोलता हैं, उसके खिलाफ केस दर्ज होता है। हमारे फिल्ड के लोगों के साथ भी ऐसा ही हो रहा हैं।
1200 पन्नों की चार्जशीट
गौरतलब है कि देश की प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य समेत 10 छात्रों के खिलाफ देशद्रोह के मामले में दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सुमीत आनंद की कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। पुलिस ने जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाने के मामले में यह चार्जशीट दाखिल की है।
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देशद्रोह का आरोप हास्यास्पद
जिस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा था कि कन्हैया के खिलाफ देशद्रोह का आरोप हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि क्या दिल्ली पुलिस की जांच टीम को आईपीसी की धारा 124ए पर कानून की जानकारी है? चिदंबरम ने लिखा दिल्ली पुलिस ने कभी इसे पढ़ा भी है? चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ”कन्हैया कुमार और अन्य के खिलाफ देशद्रोह का आरोप हास्यास्पद है।अगर राजद्रोह का आरोप लगाने में 3 साल और 1200 पेज लगते हैं (सार्वजनिक भाषण के आधार पर), तो यह अकेले ही सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करता है।”
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धारा 124 ए जैसे प्रावधान को लोकतांत्रिक गणराज्य के कानूनों में स्थान मिलने पर गंभीर बहस होनी चाहिए।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 15, 2019
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लगी हैं कौन – कौन सी धाराएं
पुलिस का आरोप है कि कन्हैया कुमार ने भीड़ को भारत विरोधी नारे लगाने के लिए उकसाया था। मामले में कश्मीरी छात्रों आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईया रसूल, बशीर भट, बशरत के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किए गए। इन सभी कश्मीरी छात्रों से भी पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन इन्हें बिना गिरफ्तारी के चार्जशीट किया गया है। इनके खिलाफ चार्जशीट में 124A (देशद्रोह), 323, 465, 471, 143, 149, 147, 120B जैसी धाराएं लगाई गई हैं।
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कन्हैया ने कहा
चार्जशीट ही नहीं बल्कि स्पीडी ट्रायल के तहत इस मामले को न्यायालय में चलाया जाए। वर्तमान सरकार के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। अब वर्तमान सरकार सिर्फ पाकिस्तान, मंदिर और हिंदू-मुसलमान की बात कर रही है। सरकार पूरी तरह डिप्रेशन के दौर में आ गई है और दोबारा सत्ता पाने के लिए वह किसी भी हद से गुजरने को तैयार है।