केन्द्र सरकार ने आज स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जाने के लिए 30 और शहरों का चयन किया है, जिसमें बिहार से राजधानी पटना और मुजफ्फरपुर का भी चयन किया गया है. इन्हें मिलाकर 25 जून, 2015 को घोषित स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत शहरों की कुल संख्या 90 हो गई है.
नौकरशाही डेस्क
नए शहरों के नामों की घोषणा आज दिल्ली में शहरी रूपांतरण के बारे में आयोजित एक राष्ट्रीय कार्यशाला में आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने की. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत अभी 40 शहर और शामिल किए जाने थे, जिनके लिए 45 शहरों से प्रस्ताव प्राप्त हुए. लेकिन केवल 30 का चयन किया गया. उन्होंने कहा कि इस मिशन की घोषणा करते समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्देश दिया था कि नागरिकों की आकांक्षाओं के अनुरूप सुविधाएं जुटाने के लिए यह सुनिश्चित किया जायेगा कि केवल व्यवहार्य और साध्य योजनाएं इसमें शामिल की जाए.
नायडू ने बताया कि आज घोषित 30 शहरों की स्मार्ट सिटी योजना के लिए रू. 46,879 करोड़ के व्यय का प्रस्ताव है. शेष 10 स्लॉटों के लिए 20 शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा है. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जाने के कार्यक्रम के अंतर्गत शहरों का चयन सही वक्त पर किया जा रहा है. शेष शहर खाली स्लॉटों के लिए शीघ्र ही अपनी संशोधित स्मार्ट सिटी योजनाएं प्रस्तुत करेंगे.
ये हैं स्मार्ट सिटी के लिए चयनित 30 शहर : त्रिवेन्द्रम (केरल), नया रायपुर और बिलासपुर (छत्तीसगढ़), राजकित, गांधी नगर और दाहोद (गुजरात), अमरावती (आंध्रप्रदेश), पटना और मुजफ्फरपुर (बिहार), करीमनगर (तेलंगाना), पुदुचेरी (पुदुचेरी), श्रीनगर और जम्मू कश्मीर (जम्मू-कश्मीर), सागर (मध्यप्रदेश), करनाल (हरियाणा), सतना (मध्यप्रदेश), बेंगलूरू (कर्नाटक), शिमला (हिमाचल प्रदेश), देहरादून (उत्तराखंड), तिरुप्पुर, तिरुनेलवेलि, थूटुक्कुडी और तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडू), पिम्परी चिंचवाड (महाराष्ट्र), पासीघाट (अरुणाचल प्रदेश), झांसी, इलाहाबाद और अलीगढ़ (उत्तरप्रदेश), आइजौल (मिज़ोरम) एवं गंगटोक (सिक्किम).