बिहार भाजपा के कद्दावर नेता अश्विनी चौबे ने बएक वक्त पार्टी के अंदर दो मोचे पर बग़ावती झुंडा बुलंद कर दिया है. उन्होंने एलजेपी से गठबंधन का विरोध किया है तो शहनवाज हुसैन का भी विरोध किया है.
क तरफ उन्होंने पार्टी के एक मात्र मुस्लिम चेहरा शाहनवाज हुसैन को भागलपुर के बजाये किशनगंज से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया है तो वहीं रामविलास पासवान को नरेंद्र मोदी को गालियां देने वाला बताते हुए उनकी पार्टी से चुनावी समझौता करने के खिलाफ एक तरह से विद्रोह कर दिया है.
बिहार बीजेपी के सीनियर नेता अश्वनी चौबे ने कहा है कि पासवान न सिर्फ अवसरवादी है, बल्कि इन्होंने पिछले 10 सालों में जमकर नरेंद्र मोदी और बीजेपी को गालियां दी हैं. ऐसे में ऐसे लोगों के साथ गठबंधन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चौबे के मुताबिक पार्टी का बड़ा धड़ा इस गठबंधन से नाराज है और वो इसके खिलाफ आलाकमान से बात करेंगे.
चौबे ने कहा कि बीजेपी को किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है और अगर गठबंधन हुआ तो यह बीजेपी के लिए आत्मघाती कदम होगा. पासवान पर निशाना साधते हुए चौबे ने कहा है कि ये लोग चुनाव के बाद एकबार फिर विश्वासघात करेंगे और राहुल गांधी का हाथ थाम लेंगे.
अश्विनी चौबे एक तरफ जहां खुद भागलपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं वहीं उन्होंने इसके लिए शाहनवाज को किसी अन्य मुस्लिम बहुल क्षेत्र से चुनाव लड़ने को कह कर पार्टी के अंदर खलबली मचा दी है
चौबे ने यहां तक कह दिया कि शाहनवाज हुसैन को भागलपुर से चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. उन्हें अपने लिए दूसरा मुस्लिम बहुल सीट तलाशना चाहिए.