पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर आतंकवादी हमले के मामले में संदेह के दायरे में आए गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक सलविंदर सिंह से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज लगातार दूसरे दिन भी पूछताछ की और उनसे कल भी पूछताछ किये जाने की संभावना है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि श्री सिंह से दिन भर पूछताछ की गयी जो अभी भी चल रही है । उन्होंने कहा कि जांच एजेन्सी उनके बयानों की सच्चाई का पता लगाने में जुटी है और उससे कल भी पूछताछ किये जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि श्री सिंह को अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 160 के तहत गवाह के रूप में तलब किया गया है। उनके रसोइये और मित्र को भी जांच एजेन्सी जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाने वाली है। प्रवक्ता ने सवालों के जवाब में कहा कि अभी श्री सिंह को गिरफ्तार करने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी फोरेंसिक जांच के परिणाम नहीं मिले हैं और इनमें अभी कुछ समय लगेगा। उन्होंने घुसपैठ की जगह और पठानकोट वायुसैनिक अड्डे से बरामद फोन तथा इस सिलसिले में अन्य लोगों से की जा रही पूछताछ से जुड़े सवालों का जवाब देने से इंकार कर दिया।
सूत्रों के अनुसार एनआईए श्री सिंह के जवाब से संतुष्ट नहीं है और उसके बयानों में विरोधाभास को देखते हुए उनका लाइ डिटेक्टर टेस्ट भी किया जा सकता है। उनसे सोमवार से पूछताछ की जा रही है। श्री सिंह ने पंजाब पुलिस को दिए अपने बयान में दावा किया है कि पठानकोट हमले के एक दिन पहले वह सिखों के तीर्थ स्थल पंज पीर का दर्शन करके लौट रहे थे। उसी दौरान अातंकवादियों ने वायुसैनिक अड्डे से कुछ दूरी पर उन्हें और उनके साथियों को गाड़ी समेत अगवा कर लिया था। उनका कहना है कि आतंकवादियों ने कुछ देर बाद उन्हें ,उनके मित्र राजेश वर्मा और रसाेइये मदन गोपाल के साथ रिहा कर दिया था जबकि वाहन चालक की हत्या कर दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि आतंकवादी उनका मोबाइल फोन लेकर चले गए थे। इस घटनाक्रम के बारे में पंजाब पुलिस को दिए गए उनके बयान में कई विरोधाभास पाए जाने के कारण एनआईए ने उन्हें पूछताछ के लिए पेश होने का समन जारी किया था।