बुधवार की रात गया जिले के खिजरसराय थाना सोनाप गांव में कथित जमीनी विवाद को लेकर पांच बहनों की सामूहिक हत्या कहीं ऑनर किलिंग तो नहीं था.
सम्पत्ति विवाद में पांच बहनों की बेरहमी से हत्या
विनायक विजेता
इस हत्याकांड आपसी रंजिश की बात कुछ लोगों को हज़्म नहीं हो रहा है.
यह माना भी जाए कि गांव के शशिभूषण सिंह और उनके भाइयों की अदावत अपने गोतिया अमर सिंह से चल रही थी तो इस अदावत में हमलावर शशिभूषण सिंह या उनके भाइयों को टारगेट कर सकते थे हमलावरों ने सात साल से लेकर अठरह साल की पांच बहनों की हत्या क्यों की जबकि घटना के वक्त इन बच्चियों के दादा भी दालान पर सोए थे पर हमलवरों ने उन्हें छूआ तक नहीं।
पहले यह खबर मिली कि हमलावरों ने पांचो बहनों की हत्या गोली मारकर की है पर अब विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार यह खबर मिल रही है कि पांचों बहनों की हत्या भोथरे हथियार से और उनके सर पर वार कर की गई है। अगर हमलावर गोली चलाते तो उन्हें पांच बहनों की हत्या करने के लिए कमसे कम पांच गोलियों का उपयोग करना पड़ता पर गांव के किसी ने गोलियों की आवाज नहीं सूनी यहां तक कि दालान पर सोए मृतको के दादा ने भी कई आवाज नहीं सुनी।
जिस तरह से हत्या की गयी है उससे पता चलता है कि उन बहनों खोज खोज कर मारा गया है. ऐसे में यह भी सवाल उठाये जाने लगे हैं कि कहीं यह ऑनर किलिंग का तो मामला नहीं है?
कहीं ऐसा तो नहीं कि ये आॅनर किलिंग का मामला हो जिसमें बाकी की हत्या इसलिए कर दी गई हो कि वो पुलिस को अपना बयान ना दे सकें। सूत्र बताते हैं कि एक पक्ष द्वारा मारपीट करने का आरोप भी गलत है। यह सही है कि शराब के नशे में दोनों पक्ष के लोग किसी बात को लेकर एक दूसरे से भिड़ गए थे लेकिन वो बात क्या थी इसे कोई जाने ना सका। हालांकि मृतका के परिजनों ने दूसरे पक्ष के किशोरी सिंह, नवीन सिंह, आनंद सिंह (गिरफ्तार), शंभु सिंह व कुमार अभिमन्यु को नामजद किया है पर मामले का खुलासा होने पर कई विस्फोटक तथ्य सामने आ सकते हैं।