किशनगंज लोकसभा से कांग्रेस के कर्णधार बने डॉ. जावेद
लगातार चार बार से किशनगंज के विधायक डॉ. मोहम्मद जावेद को कांग्रेस ने किशनगंज लोकसभा का प्रत्याशी बना दिया है.

डा.जावेद वहां से कांग्रेस के मजबूत दावेदार थे लेकिन उनके लिए वहां से प्रत्याशी बनना आसान नहीं था क्योंकि अन्य कई दावेदार भी थे.
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गौरतलब है कि किशनगंज से कांग्रेस के मौलाना असरारुल हक कासमी लगातार दो टर्म से एमपी रहे हैं. कासमी का पिछले दिनों देहांत हो गया था.
कौन हैं डॉ. जावेद
बिहार के पूर्वांचल के मुस्लिम बहुल जिलों, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में जावेद के प्रभावशाली कद और राजनीतिक दृष्टि के कारण ही उन्हें उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के दौरान अनेक विधानसभा क्षेत्रों के ऑब्जार्बर जैसी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए राहुल गांधी ने खुद उन्हें चुना था आला कमान को डा जावेद की कांग्रेस के प्रति निष्ठा पर काफी भरोसा रहा है. और इसका सुबूत जावेद ने तब भी दिया था जब 2009 के लोकसभा चुनाव की आखिरी घड़ी में किशनगंज लोकसभा सीट पर उन्हें आवंटित टिकट मौलाना इसरारुल हक कासमी को दे दिया गया था.
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पेशे से डाक्टर रहे डा. जावेद के पिता भी इस क्षेत्र से विधायक रहे हैं.
मोहम्मद जावेद किशनगंज से लगातार चार बार से विधायक चुने जाते रहे हैं. वह किशनगंज के स्थानीय निवासी हैं इसका लाभ भी उन्हें मिलेगा.
उधर इस लोकसभा क्षेत्र से उनकी टक्कर जदयू के महबमूद अशऱफ और एआईएमआईएम के अख्तरुल ईमान से होगा.
किशनगंज एक अल्पसंख्यक बहुल लोकसभा क्षेत्र है जहां 85 प्रतिशत के करीब मुस्लिम मतदाता हैं. ऐसे में वहां से तिकोणीय टक्कर होगी.