राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद तारिक अनवर ने कहा है कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के माध्यम से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कॉरपोरेट घरानों का कर्ज उतारनी चाहती है। एनसीपी केंद्र की जनविरोधी नीतियों का हर स्तर पर विरोध करेगी।
नौकरशाही ब्यूरो
आज पटना में पत्रकारों से चर्चा में श्री अनवर ने कहा कि केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को दोबारा जारी किया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने साबित कर दिया कि उसका किसानों के हित से कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भूमि अधिग्रहण के खिलाफ नहीं है, लेकिन हम किसानों की उपेक्षा और अनदेखी को स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण के पूर्व उसके सामाजिक और आर्थिक प्रभाव का भी विश्लेषण किया जाना चाहिए। श्री अनवर ने कहा कि अधिग्रहण के मुद्दे पर 80 फीसदी किसानों की सहमति जरूर होनी चाहिए। जनता परिवार के विलय के संबंध में उन्होंने कहा कि यह उनका आंतरिक मामला है। एनसीपी चुनाव के समय उसके साथ गठबंधन करेगा। इसके स्वरूप और हिस्सेदारी पर चर्चा बाद में होगी।
10-11 मई को राष्ट्रीय सम्मेलन
एनसीपी महासचिव ने कहा कि आगामी 10 और 11 मई को पटना में पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन होगा, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल समेत पार्टी के सभी बड़े पदाधिकारी भाग लेंगे। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रह है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष उदय सम्राट, मुख्य प्रवक्ता अनिल कुमार झा भी मौजूद थे।
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