भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने सरकार पर विभिन्न घटनाओं की जांच के लिए बनी कमेटी और आयोगों की निष्क्रियता पर हमला करते हुए कहा है कि सरकार जांच रिपोर्टों को सार्वजनिक करें, ताकि जनता वस्तुस्थिति से अवगत हो सके। उन्होंने राज्य सरकार से इस वर्ष रावण वध के बाद गांधी मैदान और वर्ष 2012 में छठ घाट पर मची भगदड़ की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की।
श्री मोदी ने पटना में कहा कि तीन अक्तूबर को रावण दहन के बाद गांधी मैदान में मची भगदड़ में 33 लोगों की जानें गई। सरकार ने उसी दिन गृह विभाग के प्रधान सचिव और अपर पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की। जन सुनवाई और अधिकारियों से पूछताछ के भी तीन सप्ताह गुजरने को है, लेकिन जांच रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार को अविलम्ब जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करते हुए दोषी अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि इसी तरह 19 नवम्बर, 2012 को छठ घाट पर मची भगदड़ की जांच भी गृह विभाग के सचिव की अध्यक्षता में हो रही थी। दो साल के बाद भी उसकी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। फारबिसगंज पुलिस फायरिंग, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के तीन लोग मारे गए थे, उसकी जांच रिपोर्ट भी सार्वजनिक नहीं हो पाई है। यह उल्लेखनीय है कि अधिकांश जांच के लिए गठित कमेटी व आयोगों की रिपोर्ट पर कभी बहस नहीं होती है। इन कमेटियों व आयोगों का कार्यकाल भी लगातार बढ़ता रहा है। इससे ऐसी कमेटी और आयोगों के औचित्य पर भी सवाल उठते रहे हैं।