जीतन राम मांझी सरकार ने मंत्रिमंडल में विभिन्न जातियों के प्रतिनिधित्व पर आलोचना झेल रही है. सबसे ज्यादा विरोध वैश्य समाज की तरफ से है. वैश्य समाज की नाराजगी इस बात को लेकर है कि उस समाज को एक भी मंत्रिपद नहीं मिला है.
वैश्यों की तरफ से सबसे पहला विरोध जद यू के नकरकिया से विधायक श्याम बिहारी प्रसाद ने दर्ज किया. मालूम हो कि श्याम बिहारी प्रसाद राबड़ी देवी की सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं लेकिन जब से वह राजद छोड़ कर जद यू में आये हैं तब से उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया.
इधर अखिल भारतीय वैश्य महा सम्मेलन ने भी मांझी मंत्रिमंडल में एक भी वैश्य नेता को मंत्री नहीं बनाये जाने पर सख्त नारजगी जताई है. सम्मेलन के महासचिव व प्रवक्ता संजय वर्मा ने कहा है कि नीतीश कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार ने वैश्यों को सिर्फ वायापारी समझते हैं. वह सोचते हैं कि वैश्यों को सिर्फ अमन चैन चाहिए इसके बदले में वे उन्हें वोट दे देंगे. वह लालू प्रसाद के लौटने का भय दिखाना चाहते हैं संजय का कहना है कि एक भी वैश्य को मंत्रिमंडल में शामिल न करके उन्होंने वैश्य समाज की सहानुभूति खो दी है.
हालांकि अगड़ी जातियों को उनके अनुपात से ज्याद मांझी सरकार में भागीदरी मिली है लेकिन अगड़ी जाति के कई नेता फिर भी नाराज चल रहे हैं.
इधर कुछ लोग मात्र 3 प्रितशत आबादी वाले भूमिहार समाज को अधिक प्रितनिधित्व देने से नाराज हैं. मालूम हो कि राजपूत और भूमिहारों को आबादी वैश्यों की तुलना में काफी कम है इसके बावजूद वैश्यों को मंत्रिमंडल में शामिल न करना वैश्यों की नाराजगी का असल कारण है.
नीचे की लिस्ट में पत्रकार वीरेंद्र यादव ने तमाम मंत्रियों की जातिवार सूची इक्ट्ठी की है. यह सूची मांझी सरकार में विभिन्न जातियों की भागीदारी दर्शाती है.
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सरकार में मंत्रियों की जातिगत स्थिति
यादव (4)- बिजेंद्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, रंजू गीता, विनोद यादव।
राजपूत (4)- नरेंद्र सिंह, जयकुमार सिंह, विनय बिहारी, लेसी सिंह।
भूमिहार (4)- ललन सिंह, पीके शाही, महाचंद्र प्रसाद सिंह, विजय चौधरी।
कुर्मी (3)- श्रवण कुमार, वृषण पटेल, रामधनी सिंह।
कुशवाहा (3)- मनोज कुशवाहा, सम्राट चौधरी, अवधेश कुशवाहा।
मुसलमान(3)- शाहीद अली खान, जावेद इकबाल अंसारी और नौशाद आलम।
गोसांई (1) – दुलालचंद गोस्वामी
ब्राह्मण (1)- नीतीश मिश्र
अनुसूचित जाति (5) – जीतन राम मांझी (सीएम), श्याम रजक, रमई राम, रामलखन राम रमण, दामोदर रावत।
अतिपिछड़ा (3)- भीम सिंह, बीमा भारती, वैद्यनाथ सहनी।