दुनिया के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी देश ने पहली कोशिश में अपना मंगल मिशन पूरा किया. जानिये भारत के मंगल मिशन के तीन नायकों को.
के.राधाकृष्णन– इस मिशन नेता हैं कृष्णन. और इसरो यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंदान केंद्र के चेयरमैन भी हैं. वह डिपार्टमेंट के सेक्रेट्री के पद पर कार्यरत हैं। इस मिशन का नेतृत्व इन्हीं के पास है और इसरो ही हर एक एक्टिविटी की जिम्मेदारी खुद इन्होंने संभाली.
एम. अन्नादुरई- अन्नादुरई इस कार्यक्रम के मिशन डायरेक्टर हैं.इन्होंने इसरो 1982 में ज्वाइन किया था और कई प्रोजेक्टों का नेतृत्व किया है. रिसोर्स मैनेजमेंट से लेकर बजट तक की जिम्मेदारी इन्होंने निभाई. इनके पास बजट मैनेजमेंट, शैडयूल और संसाधनों की जिम्मेदारी है। अन्ना दुरई को चंद्रयान-1 का भी अनुभव है. ये चंद्रयान-1 के प्रोजेक्ट डायरेक्ट भी रहे हैं।
एस. रामाकृष्णन– वैसे तो रामाकृष्णन विक्रमसाराबाई स्पेस सेंटर के डायरेक्टर हैं पर इस मिशन में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही. आपको याद दिला दें कि पीएसएलवी बनाने में भी इन्होंने काम किया. उन्होंने 1972 में इसरो ज्वाइन किया था.
मंगल मिशन के इन तीन नायकों के अलावा कई वैज्ञानिकों, रिसर्चस और तकनीकी विशेज्ञों ने काफी महत्वपूर्ण काम किये. नौकरशाही डॉट इन इन तमाम महान लोगों को विशेष रूप से सलाम करता है.
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