दीन बचाओ कांफ्रेंस का आफ्टर इफैक्ट लगातार देखने को मिल रहा है. कल एक अन्य मजहबी संगठन एदारा शरिया के मोहतमिम गुलाम रसूल बलियावी को तमाम पदों से हटा दिया गया तो आज इमारत शरिया ने नवनियुक्त एमएलसी के इमारत परिसर में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है.
इमारत शरिया ने अपने बयान में स्वीकार किया है कि दीन बचाओ देश बचाओ कांफ्रेंस के मंच संचालक को एमएलसी बनाये जाने पर इमारत शरिया के प्रति लोगों के दिलों में संदेह पैदा हुआ.
इमारत शरिया की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि खालिद अनवर मंच का संचालन कर रहे थे और कांफ्रेंस के तुरत बाद उनके एमएलसी बनाये जाने की घोषणा जदयू की तरफ से कर दी गयी. जब इस बात की जनकारी अमीर ए शरिअत मौलाना वली रहमानी को हुई तो उन्होंने नाखुशी और हैरत का इजहार किया था. बयान में कहा गया है कि खालिद अनवर ने एमएलसी बनाये जाने संबंधी कोई पूर्व जानकारी इमारत के जिम्मेदारों को नहीं दी थी.
गौरतलब है कि 15 अप्रैल को इमारत शरिया ने दीन बचाओ देश बचाओ कांफ्रेंस का आयोजन किया था. इसमें लाखों लोगों की भीड़ जुटी थी जो एक इतिहास था. लेकिन कार्यक्रम खत्म होते ही मंच के संचालक को जनता दल यू ने एमएलसी का उम्मीदवार घोषित कर दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर इमारत शरिया के खिलाफ जोरदार टिप्पणियों की बाढ़ आ गयी.
इमारत शरिया ने बयान में आगे कहा है कि खालिद अनवर के रवैये से इमारत शरिया के प्रति सहानुभूति रखने वालों को तकलीफ पहुंचा है.