बिहार सरकार ने सबको नल का जल और शौचालय उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को धरातल पर उतारने की कोशिशों के तहत आज अपने ‘सात निश्चयों’ में से दो निश्चय ‘हर घर नल का जल’ और ‘शौचालय निर्माण, घर का सम्मान’ योजना का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना इन योजनाओं का शुभारंभ करते हुये कहा कि हर घर नल का जल योजना के तहत वर्ष 2019-20 तक राज्य के सभी घरों तक नलों के माध्यम से नि:शुल्क शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही खुले में शौच जाने से हो रही बीमारियों से लोगों को निजात दिलाने में शौचालय निर्माण, घर का सम्मान योजना काफी मददगार साबित होगी।
श्री कुमार ने लोहिया स्वच्छ बिहार के तहत दोनों निश्चयों को सार्वभौमिक बताते हुये कहा कि इन योजनाओं का दायरा काफी विस्तृत है और इन्हें किसी खास वर्ग विशेष को ध्यान में रखकर तैयार नहीं किया गया है। इन योजनाओं का लाभ गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर कर रहे (बीपीएल) एवं गरीबी रेखा से ऊपर जीवनयापन कर रहे (एपीएल) लोगों को समान रूप से मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने हर घर नल का जल योजना के क्रियान्वन का विस्तृत ब्योरा देते हुये कहा कि शहरी क्षेत्र में इसके सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी नगर विकास विभाग को दी गई है वहीं, ग्रामीण इलाकों में इसे पंचायती राज विभाग के साथ ही लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खराब गुणवत्ता वाले जल की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण क्षेत्रों में इसे लागू करने की जिम्मेदारी लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग की जबकि साफ जल वाले इलाकों में इसके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग की होगी।