नौकरशाही डॉट इन का एक और आकलन सटीक साबित हुआ है. लालू प्रसाद ने घोषणा की कि आरजेड़ी ने जद यू सरकार के समर्थन का फैसला किया है.नौकरशाही डॉट इन ने इस संबंध में रिपोर्ट 17 मई को प्रकाशित की थी.
गुरुवार को लालू प्रसाद ने कहा कि हम बिहार में साम्प्रदायिक शक्तियों को को दाखिल नहीं होने देंगे.
हमने लिखा था- अब एक हो सकते हैं लालू और नीतीश
एक दूसरे के 20 वर्षों से जुदा राह पर चलने वाले लालू और नीतीश का एक साथ आना बिहार की राजनीति में बड़ी घटना के रूप में माना जा रहा है.
विधानसभा में जेडीयू की ये सरकार अल्पमत में है और अब इसे बड़ा सहारा देते हुए अब तक विपक्षी पार्टी की जिम्मेदारी निभा रही आरजेडी ने उसे बाहर से समर्थन देने का ऐलान कर दिया है.
आरजेडी विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान जेडीयू का बिना शर्त समर्थन करेगा. शुक्रवार को बिहार विधानसभा में नए मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को विश्वास मत हासिल करना है. 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में जेडीयू के पास 115 विधायक हैं. इसके अलावा उसे 4 कांग्रेस और 4 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है.
लालू ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से बाहर रखने के लिए उन्होंने ये फैसला किया है. ये अवसरवाद नहीं बल्कि बीजेपी से लड़ने का संकल्प है.
उधर आरजेडी के नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने कहा कि हम सरकार का हिस्सा नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि यह हमारे गठजोड़ की बस शुरूआत है.