बिहार बजट में भले ही राज्य सरकार ने कोई नया टैक्स न लगा कर जनता को राहत दी हो पर अब उन्हें वाणिज्य कर का बोझ उठाना होगा. इससे महंगायी बढ़ेगी.
वाणिज्य कर विभाग ने घर बनाने वालों के ऊपर यह बोझ डाला है तो दूसरी तरफ पटना के केबल उपभोक्ताओं को अतिरिक्त मनोरंजन टेक्स देना होगा. ये दोनों टेक्स एक अप्रैल से लगने लगेंगे.
ईंट निर्माताओं पर वाणिज्य कर के रूप में विभाग ने 10 प्रतिशत टेक्स बढ़ा रहा है. इस प्रकार घर का सपना देखने वालों को ईंट की खरीददारी में कम से कम दस प्रतिशत ज्यादा खर्च करने होंगे. इसी प्रकार केबल ऑपरेटरों को वाणिज्य कर विभाग ने मनोरंज कर देने के लिए नोटिस भेजा है.
इसका डायरेक्ट प्रभाव पटना के 3 लाख से ज्यादा केबल उपभोक्ताओं पर पड़ेगा. हालांकि केबल ऑप्रेरटरों को यह टेक्स चुकाना है. लेकिन जाहिर है वे इसकी भरपाई उपभोक्ताओं से करेंगे.
गौर करने की बात है कि पिछले 12 मार्च को बिहार सरकार के वित्त विभाग के मंत्री विजेंद्र यादव ने बजट पेश किया पर उस बजट में किसी तरह के नये कर या अतिरिक्त कर की घोषणा नहीं की. लेकिन अब एक अप्रेल से इन बढ़े करों का बोझ उपभोक्ताओ को उठाना पड़ेगा.