निगरानी टीम ने मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज की प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गायत्री सिन्हा को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। टीम के सदस्यों ने शिक्षा पदाधिकारी के पुत्र राजा को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दोनों से पटना में पूछताछ की गयी। आज निगरानी शिक्षा पदाधिकारी को कोर्ट में प्रस्तुत करेगी, जहां उसे उसे जेल भेजा जायेगा।
जानकारी के अनुसार, साहेबगंज प्रखंड में जगदीशपुर मध्य विद्यालय है। वहां के प्राचार्य नवल किशोर राम ने एक अप्रैल को निगरानी में शिकायत दर्ज करायी कि साहेबगंज की बीइओ उनसे मध्याह्न् भोजन, छात्रवृत्ति व पोशाक राशि का पैसा निर्गत करने के लिए एक लाख रुपये रिश्वत मांग रही हैं। शिकायत दर्ज होने पर निगरानी टीम ने मामले का सत्यापन कराया। जांच में मामला सत्य पाया गया। शिक्षा पदाधिकारी ने प्राचार्य से एक माह के अंदर 50 हजार रुपये जमा करने को कहा था। 25 हजार की पहली किस्त लेकर उन्हें बैरिया के कृष्ण मोहन नगर आवास पर बुलाया गया था। गायत्री सिन्हा कृष्ण मोहन नगर के रामनरेश महतो के मकान में एक माह 13 दिन से रह रही थी।
शिकायत के बाद निगरानी के डीएसपी पीएन सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर किरण पासवान, महेश प्रसाद सिंह, अरुण कुमार सिंह, एएसआइ बच्ची देवी सहित अन्य लोगों को शामिल किया गया। प्राचार्य ने जैसे ही शिक्षा पदाधिकारी को घूस की रकम दी, टीम के सदस्यों ने उन्हें रंगे हाथ दबोच लिया। उनके पास से हजार-हजार के 25 नोट बरामद कर लिये गये। शिक्षा पदाधिकारी को गिरफ्त में लेने पर उसके पुत्र राजा ने आनाकानी की, जिस पर उसे भी हिरासत में ले लिया गया। बताया जाता है कि वह अपनी मां का सारा डील करता था।